महोबा। महिलाआें के छोटे घरेलू मामलाें के निस्तारण के लिए पुलिस लाइन कक्ष में पुलिस परिवार परामर्श केंद्र खोला गया है जहां पर प्रत्येक शनिवार को कमेटी के सामने महिला उत्पीड़न व पति-पत्नी के आपसी झगड़ाें को सुलह समझौते के आधार पर निपटाया जाएगा।
ससुराल में हो रहे महिलाआें के उत्पीड़न को रोकने और छोटे मामलाें में पति-पत्नी के एक दूसरे से दूर हो जाने की शिकायत मिलने पर दोनाें को बुलाकर उनकी शिकायताें को दूर करके पति-पत्नी के रिश्ताें को जोड़कर उन्हें पुन: एक दूजे के साथ रहने का मौका दिया जाएगा। साथ ही कोर्ट कचहरी के चक्कर से बचने के लिए पुलिस परिवार परामर्श केंद्र लाभदायक साबित होगा। इसी के मद्देनजर शनिवार को पुलिस लाइन में आयोजित पुलिस परामर्श केंद्र में तीन मामले आए। बांदा निवासी सोमवती की शादी दो साल पहले जनपद महोबा के ग्राम बरबई निवासी महेंद्र के साथ हुई थी। शादी के समय महेंद्र एक टावर में काम करता था। शादी के बाद उसकी नौकरी छूट गई और महेंद्र अपने गांव बरबई में रहने लगा लेकिन पत्नी सोमवती ने यह कहकर गांव में रहने से मना कर दिया कि वह एमए, बीएड है और कहीं शहर में रहकर प्राइवेट नौकरी करेगी। पति ने लेकिन उसकी यह बात नहीं मानी जिससे सोमवती मायके चली गई। बरबई निवासी महेंद्र ने पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि उसकी पत्नी नवंबर 2011 से नहीं आ रही है। एसपी ने पत्र के जरिए सोमवती को पुलिस परामर्श केंद्र में शनिवार को बुलाया जहां पर कमेटी के सदस्याें द्वारा दोनाें को समझा बुझाकर समझौता करा दिया। अगले शनिवार को दोनाें को बुलाकर कमेटी की अध्यक्ष कुलपहाड़ सीओ हरदेवी के सामने मामला पेश कर निस्तारण किया जाएगा।
श्रीनगर निवासी जासमिन की शादी टीकमगढ़ में दो साल पहले हुई थी। शादी में मोटरसाइकिल व अन्य दान दहेज दिया गया था लेकिन ससुरालीजन चार पहिया वाहन की मांग करने लगे। न देने पर युवती का उत्पीड़न शुरू कर दिया जिससे वह ससुराल छोड़कर श्रीनगर में माता-पिता के पास रहने लगी। जासमिन की शिकायत पर उसके पति को पत्र भेजा गया। तीसरा मामला में थाना पनवाड़ी के ग्राम पड़वारा निवासी नीलम की शादी कोतवाली कुलपहाड़ के ग्राम जैतपुर में प्रेमी राजपूत के साथ हुई थी लेकिन नीलम पैरालेसिस की शिकार होने के कारण काम नहीं कर पा रही है। युवती ने पति से खाना खर्चा दिलाए जाने की मांग की।