महोबा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत स्वास्थ्य योजनाओं को गांव में प्रचारित करने और अधिक से अधिक गरीबों को समय पर स्मार्ट कार्ड बनाए जाने के निर्देश डीएम ने दिए और कहा इस महत्वपूर्ण कार्य में कर्मचारियों की कोताही क्षम्य नहीं होगी।
गुरुवार को जिलाधिकारी डा. काजल कलेक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य, शिक्षा, बाल विकास आदि से संबधित अधिकारियों कर्मचारियाें की बैठक में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा करना सबसे बड़ा मानव धर्म है। समाज के निर्धन और कमजोर वर्ग के लोगों को जिनके नाम बीपीएल कार्ड सूची में हैं स्मार्ट कार्ड बनवाने में अमूल्य सहयोग करें तभी हम स्वास्थ्य मिशन के उद्देश्य को पूरा कर सकेगें। उन्होंने बताया कि यह अभियान 1 जून को कबरई विकास खंड से शुरू होगा। वर्ष 2002 की जनगणना के अनुसार जनपद के चयनित 38212 बीपीएल परिवारों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत स्मार्ट कार्ड निर्गत किए जाएंगे। बीपीएल परिवारों की सूची संबधित सीएचसी/पीएचसी एवं खंड विकास अधिकारियों के कार्यालयों में भी देखी जा सकती है।
यूनाईटेड इंडिया के सदस्य गांव जाकर चिह्नित परिवारों से संपर्क कर स्मार्ट कार्ड बनवाएंगे ताकि किसी भी ग्रामीण को असुविधा न हो। स्मार्ट कार्ड बन जाने के बाद किसी भी लाभार्थी को स्वास्थ्य सेवाओं से संबधित किसी भी प्रकार का भुगतान अस्पताल में नहीं करना होगा। केवल प्रति परिवार 30 रुपए पंजीकरण शुल्क ही देय होगा। अपने परिवार के इलाज के लिए कोई भी धनराशि नहीं देना होगी बल्कि 30 हजार रुपए का इलाज मुफ्त हो सकेगा। स्मार्ट कार्ड धारक मरीज को अस्पताल में भर्ती होने पर उसे हर बार 100 रुपए का यात्रा भत्ता दिया जाएगा। लाभार्थी को अपने अगूंठे के निशान बतौर सत्यापन देने हाेेंगे। ताकि पात्र व्यक्ति ही कार्ड का हकदार हो सके। इस मौके पर सीएमओ डा. आरके कुरील ने स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में विस्तार से बताया अैार विस्तृत कार्ययोजना भी प्रस्तुत की। इस मौके पर डिप्टी सीएमओ डा. भगवती प्रसाद, यूनाईटेड इंडिया के सदस्य डा. आशीष अवस्थी, रवि निगम, सीएचसी व पीएचसी के चिकित्सक, एबीएसए, आंगनबाडी कार्यकत्री आदि मौजूद रहे।
महोबा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत स्वास्थ्य योजनाओं को गांव में प्रचारित करने और अधिक से अधिक गरीबों को समय पर स्मार्ट कार्ड बनाए जाने के निर्देश डीएम ने दिए और कहा इस महत्वपूर्ण कार्य में कर्मचारियों की कोताही क्षम्य नहीं होगी।
गुरुवार को जिलाधिकारी डा. काजल कलेक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य, शिक्षा, बाल विकास आदि से संबधित अधिकारियों कर्मचारियाें की बैठक में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा करना सबसे बड़ा मानव धर्म है। समाज के निर्धन और कमजोर वर्ग के लोगों को जिनके नाम बीपीएल कार्ड सूची में हैं स्मार्ट कार्ड बनवाने में अमूल्य सहयोग करें तभी हम स्वास्थ्य मिशन के उद्देश्य को पूरा कर सकेगें। उन्होंने बताया कि यह अभियान 1 जून को कबरई विकास खंड से शुरू होगा। वर्ष 2002 की जनगणना के अनुसार जनपद के चयनित 38212 बीपीएल परिवारों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत स्मार्ट कार्ड निर्गत किए जाएंगे। बीपीएल परिवारों की सूची संबधित सीएचसी/पीएचसी एवं खंड विकास अधिकारियों के कार्यालयों में भी देखी जा सकती है।
यूनाईटेड इंडिया के सदस्य गांव जाकर चिह्नित परिवारों से संपर्क कर स्मार्ट कार्ड बनवाएंगे ताकि किसी भी ग्रामीण को असुविधा न हो। स्मार्ट कार्ड बन जाने के बाद किसी भी लाभार्थी को स्वास्थ्य सेवाओं से संबधित किसी भी प्रकार का भुगतान अस्पताल में नहीं करना होगा। केवल प्रति परिवार 30 रुपए पंजीकरण शुल्क ही देय होगा। अपने परिवार के इलाज के लिए कोई भी धनराशि नहीं देना होगी बल्कि 30 हजार रुपए का इलाज मुफ्त हो सकेगा। स्मार्ट कार्ड धारक मरीज को अस्पताल में भर्ती होने पर उसे हर बार 100 रुपए का यात्रा भत्ता दिया जाएगा। लाभार्थी को अपने अगूंठे के निशान बतौर सत्यापन देने हाेेंगे। ताकि पात्र व्यक्ति ही कार्ड का हकदार हो सके। इस मौके पर सीएमओ डा. आरके कुरील ने स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में विस्तार से बताया अैार विस्तृत कार्ययोजना भी प्रस्तुत की। इस मौके पर डिप्टी सीएमओ डा. भगवती प्रसाद, यूनाईटेड इंडिया के सदस्य डा. आशीष अवस्थी, रवि निगम, सीएचसी व पीएचसी के चिकित्सक, एबीएसए, आंगनबाडी कार्यकत्री आदि मौजूद रहे।