महोबा। विकासखंड चरखारी के ग्राम चंदौली में चार माह पहले ड्रेस का पैसा निकालने के बाद भी विद्यार्थियाें को ड्रेस का वितरण नहीं किया गया। अब स्कूल बंद होने के चंद दिन शेष रहने पर प्रधानाध्यापक को ड्रेस वितरण करने की सुध आई।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चंदौली में विद्यार्थियाें की ड्रेस का पैसा जनवरी में खाते से प्रधानाध्यापक द्वारा निकाल लिया गया था लेकिन विद्यार्थियाें को शिक्षण सत्र समाप्त होने के चंद दिनाें पहले 16 मई को प्रधानाध्यापक को ड्रेस वितरण की सुध आई और आनन फानन में ड्रेस के स्थान पर कपड़े बंाट दिए गए। इसकी शिकायत ग्राम प्रधान ने बीएसए से की है। ग्राम प्रधान चंदौली देव सिंह ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजे गए शिकायती पत्र में बताया कि जनवरी में पूर्व माध्यमिक विद्यालय के खाते से प्रधानाध्यापक जगदीश गुप्ता ने ड्रेस के पैसे का आहरण कर लिया और 15 मई तक ड्रेसों का वितरण नहीं कराया जबकि स्कूल बंद होने में कुछ ही दिन शेष बचे हैं। इस विद्यालय में 102 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। ड्रेस वितरण के लिए 25 हजार रुपए शिक्षा विभाग ने भेजा था। इसका प्रधानाध्यापक बंदरबाट करने के चक्कर में था जबकि प्रधानाध्यापक का रिटायरमेंट 30 जून को है। ग्राम प्रधान ने बताया कि शिकायत की भनक लगते ही प्रधानाध्यापक ने ड्रेस का कपड़ा लेकर कुछ बच्चों में बांटना शुरू कर दिया जबकि सिली सिलाई ड्रेसों का स्कूल में वितरण होना था। स्कूली बच्चों दीपू, मुकेश, नीरज, बृजेंद्र ने बताया कि कपडे़ सिलाई के लिए पैसे नहीं हैं। कैसे अब ड्रेस बनवाएंगे जबकि दो दिन बाद स्कूल बंद होने वाले हैं। एबीएसए जिलेदार सिंह ने इस मामले में बताया कि वे जांच कर हरे हैं प्रधानाध्यापक की गलती पाए जाने पर कार्रवाई होगी।
महोबा। विकासखंड चरखारी के ग्राम चंदौली में चार माह पहले ड्रेस का पैसा निकालने के बाद भी विद्यार्थियाें को ड्रेस का वितरण नहीं किया गया। अब स्कूल बंद होने के चंद दिन शेष रहने पर प्रधानाध्यापक को ड्रेस वितरण करने की सुध आई।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चंदौली में विद्यार्थियाें की ड्रेस का पैसा जनवरी में खाते से प्रधानाध्यापक द्वारा निकाल लिया गया था लेकिन विद्यार्थियाें को शिक्षण सत्र समाप्त होने के चंद दिनाें पहले 16 मई को प्रधानाध्यापक को ड्रेस वितरण की सुध आई और आनन फानन में ड्रेस के स्थान पर कपड़े बंाट दिए गए। इसकी शिकायत ग्राम प्रधान ने बीएसए से की है। ग्राम प्रधान चंदौली देव सिंह ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजे गए शिकायती पत्र में बताया कि जनवरी में पूर्व माध्यमिक विद्यालय के खाते से प्रधानाध्यापक जगदीश गुप्ता ने ड्रेस के पैसे का आहरण कर लिया और 15 मई तक ड्रेसों का वितरण नहीं कराया जबकि स्कूल बंद होने में कुछ ही दिन शेष बचे हैं। इस विद्यालय में 102 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। ड्रेस वितरण के लिए 25 हजार रुपए शिक्षा विभाग ने भेजा था। इसका प्रधानाध्यापक बंदरबाट करने के चक्कर में था जबकि प्रधानाध्यापक का रिटायरमेंट 30 जून को है। ग्राम प्रधान ने बताया कि शिकायत की भनक लगते ही प्रधानाध्यापक ने ड्रेस का कपड़ा लेकर कुछ बच्चों में बांटना शुरू कर दिया जबकि सिली सिलाई ड्रेसों का स्कूल में वितरण होना था। स्कूली बच्चों दीपू, मुकेश, नीरज, बृजेंद्र ने बताया कि कपडे़ सिलाई के लिए पैसे नहीं हैं। कैसे अब ड्रेस बनवाएंगे जबकि दो दिन बाद स्कूल बंद होने वाले हैं। एबीएसए जिलेदार सिंह ने इस मामले में बताया कि वे जांच कर हरे हैं प्रधानाध्यापक की गलती पाए जाने पर कार्रवाई होगी।