कबरई (महोबा)। कसबे की एकमात्र गैस एजेंसी पर छह माह से उपभोक्ताओं को गैस न मिलने पर उपभोक्ताआें ने जमकर हंगामा काटा। मामला बढ़ता देख गैस एजेंसी संचालक ने पुलिस बुला ली। पुलिस की देखरेख में गैस सिलेंडर का वितरण हो सका। सैकड़ाें लोगाें को आज भी गैस न मिलने पर उपभोक्ताआें ने जिलाधिकारी से शिकायत कर होम डिलेवरी कराने की मांग की।
कसबे में भारत गैस की एकमात्र गैस एजेंसी है जिसे सुप्रीम कोर्ट से निरस्त होने के बाद बांदा की गैस एजेंसी को कसबे में गैस के वितरण का जिम्मा दिया है। इसके वितरक बांदा से कबरई आकर गैस का वितरण करते हैं।
कसबे के व्यापारी हरीशंकर शिवहरे, ज्ञान सिंह, नितिन त्रिपाठी, अजीत कुमार गुप्ता, राकेश गुप्ता, उमेश चंद्र वर्मा, मनीष त्रिपाठी ने जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि कबरई में भारत गैस एजेंसी वर्ष 2001 में स्थापित हुई थी। इसे वर्ष 2009 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर निरस्त करने की कार्रवाई के कारण बांदा की ओम गैस सर्विस से संबद्ध कर दिया गया था।
तभी से बंादा के डीलर द्वारा कसबे में गैस क ा वितरण किया जा रहा है। उपभोक्ताओं ने गैस की गाड़ी आने पर घंटाें इंतजार के बाद भी गैस न मिलने पर जमकर हंगामा काटा। इसके चलते एजेंसी संचालक को पुलिस बुलानी पड़ी। घंटाें लाइन पर लगे रहने के बाद भी गैस न मिलने से नाराज आधा सैकड़ा गैस उपभोक्ताआें ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर होम डिलेवरी कराए जाने की मांग की है।
उपभोक्ताओं ने पत्र में बताया कि गैस संचालक अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए जानबूझकर गैस की किल्लत पैदा कर रहा है। यहां उपभोक्ताओं को छह माह बाद भी सिलेंडर नसीब नहीं हो पा रहा है। मजबूरी में गैस रिफलिंग वालों से 800 रुपए में ब्लैक पर गैस लेने को बाध्य होना पड़ रहा है। संचालक द्वारा आज तक न तो यहां कोई कार्यालय खोला गया है और न ही कोई डिलेवरी का सिस्टम ही बनाया गया है।
इससे जब जहां चाहा गैस का वितरण कर दिया जाता है। उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि कबरई में महीने में नौ ट्रक स्वीकृत हैं जबकि यहां चार ट्रक ही आते हैं जिससे सभी लोगाें को गैस मुहैया नहीं हो पाती है।