बेलाताल (महोबा)। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 23 वर्षों से तैनात लेखा लिपिक ने महिलाआें को आशा बहू के पद पर नियुक्ति करने का झांसा देकर लाखों रुपए ऐंठ लिए। महिलाआें ने इसकी शिकायत डीएम से कर लेखा लिपिक के खिलाफ कार्रवाई कराए जाने की मांग की है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जैतपुर में तैनात लेखा लिपिक राजाराम वर्मा ने एनआरएचएम के अंतर्गत 31 महिलाआें को आशा बहू के पद पर नियुक्त करने का झांसा देकर वर्ष 2010 में लाखाें रुपए एेंठ लिए थे। एक साल तक पैसा वापस न करने पर महिलाआें ने पैसा वापस मांगा लेकिन लिपिक ने ‘कुछ महीने बाद काम हो जाएगा’, का भरोसा देकर एक साल और निकाल दिया। काम न होने पर महिलाआें ने शपथ पत्र के साथ इसकी शिकायत तत्कालीन जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी बी से की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लिपिक की ठगी का शिकार ललिता देवी, सीमा सारंगपुरा, गीता विश्वकर्मा बुधौरा, सुंदर देवी कुशवाहा भदरवारा, निर्मला देवी सेलामाफ, नीतू विश्वकर्मा पिपरामाफ, जयंती, राजकुंवर, शकुंतला राजपूत, रामदेवी राजपूत, रेखा कुशवाहा, सुनीता अहिरवार निवासी महुआबांध, मालती यादव रामूपुरा, विद्या देवी राजपूत अजनर सहित 30 महिलाआें ने जिलाधिकारी डा. काजल को दिए शिकायती पत्र में बताया कि लिपिक द्वारा उनसे वर्ष 2010 में आशा बहू के पद पर नियुक्त कराने का झांसा देकर दो हजार से पांच हजार रुपए तक की मांग की गई थी लेकिन उनकी नियुक्ति नहीं हुई। पैसे वापस मांगने पर लिपिक पैसे वापस नहीं कर रहा है। ठगी का शिकार महिलाआें ने डीएम को पत्र देकर मामले की जांच कराकर धांधली में लिप्त लिपिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। सीएमआे डा. आरके कुरील का कहना है कि प्रकरण की जांच कराई जाएगी।