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शिक्षकाें ने मूल्यांकन के बहिष्कार का फैसला लिया
Mahoba
Updated Wed, 16 May 2012 12:00 PM IST
महोबा। उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा सेवा संघ ने लंबित मांगाें के निस्तारण के लिए आंदोलन की राह पकड़ ली है। साथ ही संघ ने डेढ़ वर्ष से लंबित मांगाें पर संवेदनहीन प्रशासन के प्रति आक्रोश जताते हुए मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा सेवा संघ और राजकीय पालीटेक्निक में कार्यरत शिक्षक हक के लिए आंदोलन पर उतर आए हैं। संघ ने बैठक कर लंबित मांगाें पर वादाखिलाफी से कड़ी नाराजगी जताई। संघ के महामंत्री आरपी निरंजन ने कहा कि संघ डेढ़ वर्षों से लंबित मांगाें को लेकर संघर्ष कर रहा है लेकिन शासन स्तर पर कई बार वार्ता करने के बाद भी आज तक नतीजा नहीं निकला जिसके चलते मांगें लंबित हैं। इधर कर्मचारियाें की समस्याआें के प्रति प्रशासन भी संवेदनहीन बना है। उन्होंने शासन और संगठन के उच्चाधिकारियाें को अवगत कराते हुए कहा है कि वर्षों से लंबित मांगाें को लेकर शिक्षकाें में कड़ा आक्रोश है जिसको लेकर आम सहमति से आंदोलन की रणनीति तैयार कर ली है। उन्हाेंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर काफी समय से लंबित मांगाें पर गौर नहीं किया गया तो 19 मई से राजकीय पालीटेक्निक के शिक्षक उत्तर पुस्तिकाआें के मूल्यांकन का कार्य बहिष्कार कर आंदोलन पर उतर आएंगे। बैठक में संघ के अध्यक्ष अशोक कुशवाहा, उपाध्यक्ष रामतरन, बसंत लाल, संयुक्त मंत्री संजय माथुर, केसी मिश्रा, कोषाध्यक्ष स्वामीनाथ मौर्य, जेएन पांडेय, वीके पाठक, अनूप पटेल, पीसी सोनी, एमके राय सहित तमाम सदस्य मौजूद रहे।
महोबा। उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा सेवा संघ ने लंबित मांगाें के निस्तारण के लिए आंदोलन की राह पकड़ ली है। साथ ही संघ ने डेढ़ वर्ष से लंबित मांगाें पर संवेदनहीन प्रशासन के प्रति आक्रोश जताते हुए मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा सेवा संघ और राजकीय पालीटेक्निक में कार्यरत शिक्षक हक के लिए आंदोलन पर उतर आए हैं। संघ ने बैठक कर लंबित मांगाें पर वादाखिलाफी से कड़ी नाराजगी जताई। संघ के महामंत्री आरपी निरंजन ने कहा कि संघ डेढ़ वर्षों से लंबित मांगाें को लेकर संघर्ष कर रहा है लेकिन शासन स्तर पर कई बार वार्ता करने के बाद भी आज तक नतीजा नहीं निकला जिसके चलते मांगें लंबित हैं। इधर कर्मचारियाें की समस्याआें के प्रति प्रशासन भी संवेदनहीन बना है। उन्होंने शासन और संगठन के उच्चाधिकारियाें को अवगत कराते हुए कहा है कि वर्षों से लंबित मांगाें को लेकर शिक्षकाें में कड़ा आक्रोश है जिसको लेकर आम सहमति से आंदोलन की रणनीति तैयार कर ली है। उन्हाेंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर काफी समय से लंबित मांगाें पर गौर नहीं किया गया तो 19 मई से राजकीय पालीटेक्निक के शिक्षक उत्तर पुस्तिकाआें के मूल्यांकन का कार्य बहिष्कार कर आंदोलन पर उतर आएंगे। बैठक में संघ के अध्यक्ष अशोक कुशवाहा, उपाध्यक्ष रामतरन, बसंत लाल, संयुक्त मंत्री संजय माथुर, केसी मिश्रा, कोषाध्यक्ष स्वामीनाथ मौर्य, जेएन पांडेय, वीके पाठक, अनूप पटेल, पीसी सोनी, एमके राय सहित तमाम सदस्य मौजूद रहे।