महोबा। खरेला में मान्यवर कांशीराम शहरी करीब आवास योजना के तहत बनाए जा रहे कांशीराम आवासाें में गुणवत्ताहीन कार्य के लिए ठेकेदार कार्रवाई के दायरे में आ गए हैं। भवन हस्तांतरण के पहले ही अधिकतर भवनाें की सीलिंग और दरवाजे, खिड़कियाें के आसपास जांच में मिली खामियाें से महकमा भी खासा परेशान है। महकमे ने ठेकेदार के गुणवत्ताहीन कार्य पर कार्रवाई शुरू कर दी है।
खरेला में निर्माणाधीन मान्यवर कांशीराम शहरी गरीब आवास योजना के अंतर्गत बनाए जा रहे करीब 200 आवास प्रशासन के निशाने पर हैं। निर्माण की डेडलाइन व्यतीत हो जाने के बाद भी 70 फीसदी बने इन आवासाें का निर्माण पूरा कराने के लिए महकमा परेशान है। वहीं ठेकेदार द्वारा किए गए घटिया निर्माण का मामला प्रकाश में आने से परेशानी और बढ़ गई है। आवास विकास परिषद के अलावा प्रशासनिक अधिकारियाें द्वारा की गई जांच में भवनाें की सीलिंग में प्राक्कलन के विपरीत निर्माण पाया गया था। साथ ही दरवजा, खिड़की के आसपास कई जगह दीवारें दरकने के निशानाें को छिपाने की कोशिश की जा रही है।
तत्कालीन जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी बी ने भी भवनाें के निर्माण पर सवाल दागते हुए गुणवत्ताहीन निर्माण पर ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई के लिए महकमे को आदेश दिया था। प्रशासन और महकमे की टेढ़ी निगाहाें के चलते आवास बना रहे ठेकेदार पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा है। आवास विकास परिषद के अभियंता आरपी गुप्ता का कहना है कि ठेकेदार महेश सचान ने निर्माण कार्य गुणवत्तापरक नहीं किया है। जिसकी जांच कराई जा ही है। धीमी गति के चलते निर्धारित डेड लाइन भी गुजर गई लेकिन आवास तैयार नहीं हुए हैं जिसके लिए कार्रवाई की तैयारी चल रही है।