महोबा। पांच दशक पहले शहर में बिछाई गई बिजली लाइन जर्जर हो चुकी है जिससे जर्जर तार टूटकर गिरना आम बात हो गई है। इसका खामियाजा बिजली उपभोक्ताआें को भुगतना पड़ रहा है हालांकि महकमे ने जर्जर लाइनाें को टूटने से बचाने के लिए ताराें में लकड़ी की कमटियां बांध दी हैं।
गौरतलब है कि 1960 में शहर में बिजली लाइन बिछाई गई थी। 52 साल का समय गुजर जाने के बाद भी जर्जर लाइनाें को आज तक नहीं बदला गया। अरसा गुजर जाने के बाद तार काफी पतले हो गए हैं। इससे अधिक लोड पड़ने पर तार जलकर गिर जाते हैं और बिजली आपूर्ति ठप हो जाती है। इससे घंटाें शहर की आपूर्ति बाधित रहती है जिसका खामियाजा बिजली उपभोक्ताआें को भुगतना पड़ता है। शहर के मुख्य मार्गों पर तार टूटकर गिरने से अक्सर आवागमन ठप हो जाता है। बावजूद इसके बिजली विभाग के अधिकारी जर्जर लाइनाें को नहीं बदल रहे हैं। आए दिन तार टूटकर गिरने से दुर्घटनाआें का भी खतरा बना हुआ है। बिजली विभाग ने कुछ स्थानाें पर इंसुलेटेड बिजली लाइन बिछा दी है जिससे उन मोहल्लाें में बिजली चोरी पर रोक लगी है। साथ ही कम वोल्टेज की समस्या भी खत्म हो गई है और तार टूटने की घटनाएं भी बंद हो गई हैं लेकिन अधिकतर स्थानों पर आज भी जर्जर लाइनाें के भरोसे बिजली की सप्लाई की जा रही है। बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता रमेश चंद्रा का कहना है कि जर्जर लाइनाें को बदलने के लिए इंसुलेटेड लाइन बिछाई गई है। शीघ्र ही शेष जर्जर ताराें को बदलकर इंसुलेटेड लाइन बिछाई जाएगी।
महोबा। पांच दशक पहले शहर में बिछाई गई बिजली लाइन जर्जर हो चुकी है जिससे जर्जर तार टूटकर गिरना आम बात हो गई है। इसका खामियाजा बिजली उपभोक्ताआें को भुगतना पड़ रहा है हालांकि महकमे ने जर्जर लाइनाें को टूटने से बचाने के लिए ताराें में लकड़ी की कमटियां बांध दी हैं।
गौरतलब है कि 1960 में शहर में बिजली लाइन बिछाई गई थी। 52 साल का समय गुजर जाने के बाद भी जर्जर लाइनाें को आज तक नहीं बदला गया। अरसा गुजर जाने के बाद तार काफी पतले हो गए हैं। इससे अधिक लोड पड़ने पर तार जलकर गिर जाते हैं और बिजली आपूर्ति ठप हो जाती है। इससे घंटाें शहर की आपूर्ति बाधित रहती है जिसका खामियाजा बिजली उपभोक्ताआें को भुगतना पड़ता है। शहर के मुख्य मार्गों पर तार टूटकर गिरने से अक्सर आवागमन ठप हो जाता है। बावजूद इसके बिजली विभाग के अधिकारी जर्जर लाइनाें को नहीं बदल रहे हैं। आए दिन तार टूटकर गिरने से दुर्घटनाआें का भी खतरा बना हुआ है। बिजली विभाग ने कुछ स्थानाें पर इंसुलेटेड बिजली लाइन बिछा दी है जिससे उन मोहल्लाें में बिजली चोरी पर रोक लगी है। साथ ही कम वोल्टेज की समस्या भी खत्म हो गई है और तार टूटने की घटनाएं भी बंद हो गई हैं लेकिन अधिकतर स्थानों पर आज भी जर्जर लाइनाें के भरोसे बिजली की सप्लाई की जा रही है। बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता रमेश चंद्रा का कहना है कि जर्जर लाइनाें को बदलने के लिए इंसुलेटेड लाइन बिछाई गई है। शीघ्र ही शेष जर्जर ताराें को बदलकर इंसुलेटेड लाइन बिछाई जाएगी।