अजनर (महोबा)। साधन सहकारी समिति अजनर के कर्मचारियाें का 36 माह से वेतन न मिलने से उनका परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गया है। इससे समिति में अस्थाई रूप से कार्य कर रहे कई कर्मचारियाें की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है।
साधन सहकारी समिति अजनर द्वारा क्षेत्र के किसानाें को खाद, बीज उधार दिया जाता है। किसान फसल आने पर कर्ज की अदायगी करता है लेकिन पिछले दो साल से सूखे के चलते वसूली स्थगित कर दी गई जिससे किसानाें को वसूली से वेतन के रूप में मिलने वाला कमीशन ठप हो गया है। इससे उनका परिवार दो जून की रोटी के लिए तरस रहा है। इतना ही नहीं बच्चाें की पढ़ाई और खानपान के लिए हजाराें रुपए कर्ज लिया जा चुका है। दो साल सूखे के चलते वसूली स्थगित कर दी गई और इस साल सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने चुनाव से पहले सपा सरकार बनने पर 50 हजार रुपए तक के कर्ज माफ किए जाने की घोषणा की थी। कर्जमाफी के इंतजार में अब इस साल किसान कर्ज नहीं अदा कर रहे हैं। इसका खामियाजा साधन सहकारी समिति के कर्मचारियाें को भुगतना पड़ रहा है। क्योंकि वसूली न होने से उनका कमीशन नहीं मिल पा रहा है। समिति में कार्यरत कर्मचारी रूपकिशोर, ब्रजेंद्र सिंह, सुरेश द्विवेदी, रामसवेक, सुरेश चंद्र सक्सेना का कहना है कि उनका परिवार वेतन के अभाव में खासा परेशान है।
अजनर (महोबा)। साधन सहकारी समिति अजनर के कर्मचारियाें का 36 माह से वेतन न मिलने से उनका परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गया है। इससे समिति में अस्थाई रूप से कार्य कर रहे कई कर्मचारियाें की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है।
साधन सहकारी समिति अजनर द्वारा क्षेत्र के किसानाें को खाद, बीज उधार दिया जाता है। किसान फसल आने पर कर्ज की अदायगी करता है लेकिन पिछले दो साल से सूखे के चलते वसूली स्थगित कर दी गई जिससे किसानाें को वसूली से वेतन के रूप में मिलने वाला कमीशन ठप हो गया है। इससे उनका परिवार दो जून की रोटी के लिए तरस रहा है। इतना ही नहीं बच्चाें की पढ़ाई और खानपान के लिए हजाराें रुपए कर्ज लिया जा चुका है। दो साल सूखे के चलते वसूली स्थगित कर दी गई और इस साल सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने चुनाव से पहले सपा सरकार बनने पर 50 हजार रुपए तक के कर्ज माफ किए जाने की घोषणा की थी। कर्जमाफी के इंतजार में अब इस साल किसान कर्ज नहीं अदा कर रहे हैं। इसका खामियाजा साधन सहकारी समिति के कर्मचारियाें को भुगतना पड़ रहा है। क्योंकि वसूली न होने से उनका कमीशन नहीं मिल पा रहा है। समिति में कार्यरत कर्मचारी रूपकिशोर, ब्रजेंद्र सिंह, सुरेश द्विवेदी, रामसवेक, सुरेश चंद्र सक्सेना का कहना है कि उनका परिवार वेतन के अभाव में खासा परेशान है।