महराजगंज। कृषि विभाग के बागापार कृषि फार्म में फर्जी ट्रांसफर आर्डर पर नौकरी करने आए ट्रैक्टर चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए जिला कृषि अधिकारी ने गुरुवार को एसपी को तहरीर दी। लेकिन उस पर अपर पुलिस अधीक्षक ने यह टिप्पणी लगाकर वापस कर दिया कि पूरी आख्या के साथ संबंधित थाने में मुकदमा दर्ज कराई जाए।
जिला कृषि अधिकारी बहराइच के नाम से 23 अगस्त को जारी फर्जी ट्रांसफर आदेश लेकर कथित ट्रैक्टर चालक जयप्रकाश ने जिले में पहुुंचा। इस आधार पर उसने जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में कार्यभार ग्रहण कर लिया। कृषि अधिकारी रामकेवल प्रसाद ने उसी दिन स्थापना लिपिक को बागापार फार्म में योगदान के लिए आदेश बनाने का निर्देश जारी किया। उसे ज्वाइन करने के लिए बागापार भेज दिया गया। वहां तैनात फार्म इंचार्ज ने संदेह जताते हुए कार्यभार ग्रहण कराने से इंकार कर दिया। मामला फंसता देखकर जिला कृषि अधिकारी ने चालक का सत्यापन कराने के लिए बहराइच चिट्ठी लिखी। चार अक्टूबर को जवाब आया। उसमें ट्रांसफर लेटर को फर्जी बताया गया।
मामले का खुलासा होने के बाद गुरुवार को जिला कृषि अधिकारी ने जयप्रकाश के खिलाफ नामजद तहरीर दी। इसमें उन्होंने लिखा है कि मामले के सत्यापन से फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई है। इसके अलावा नौ अक्टूबर को उप कृषि निदेशक ने भी जयप्रकाश के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया है।
तहरीर को अपर पुलिस अधीक्षक अशोक तिवारी के सामने प्रस्तुत किया गया। इस पर उन्होंने कार्रवाई करने के बजाय यह हटिप्पणी लिखकर वापस कर दिया कि जिला कृषि अधिकारी अपने स्तर से मामले की जांच कराएं। उसकी स्पष्ट आख्या के साथ संबंधित थाने में मुकदमा दर्ज कराएं।
जिला कृषि अधिकारी रामकेवल प्रसाद के वाहन चालक विनेश यादव हैं। जालसाज जयप्रकाश विनेश का बेटा बताया जा रहा है। जबकि तहरीर में उसका पता अज्ञात बताया जा रहा है। इस साजिश में कई लोग शामिल बताए जा रहे हैं।
महराजगंज। कृषि विभाग के बागापार कृषि फार्म में फर्जी ट्रांसफर आर्डर पर नौकरी करने आए ट्रैक्टर चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए जिला कृषि अधिकारी ने गुरुवार को एसपी को तहरीर दी। लेकिन उस पर अपर पुलिस अधीक्षक ने यह टिप्पणी लगाकर वापस कर दिया कि पूरी आख्या के साथ संबंधित थाने में मुकदमा दर्ज कराई जाए।
जिला कृषि अधिकारी बहराइच के नाम से 23 अगस्त को जारी फर्जी ट्रांसफर आदेश लेकर कथित ट्रैक्टर चालक जयप्रकाश ने जिले में पहुुंचा। इस आधार पर उसने जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में कार्यभार ग्रहण कर लिया। कृषि अधिकारी रामकेवल प्रसाद ने उसी दिन स्थापना लिपिक को बागापार फार्म में योगदान के लिए आदेश बनाने का निर्देश जारी किया। उसे ज्वाइन करने के लिए बागापार भेज दिया गया। वहां तैनात फार्म इंचार्ज ने संदेह जताते हुए कार्यभार ग्रहण कराने से इंकार कर दिया। मामला फंसता देखकर जिला कृषि अधिकारी ने चालक का सत्यापन कराने के लिए बहराइच चिट्ठी लिखी। चार अक्टूबर को जवाब आया। उसमें ट्रांसफर लेटर को फर्जी बताया गया।
मामले का खुलासा होने के बाद गुरुवार को जिला कृषि अधिकारी ने जयप्रकाश के खिलाफ नामजद तहरीर दी। इसमें उन्होंने लिखा है कि मामले के सत्यापन से फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई है। इसके अलावा नौ अक्टूबर को उप कृषि निदेशक ने भी जयप्रकाश के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया है।
तहरीर को अपर पुलिस अधीक्षक अशोक तिवारी के सामने प्रस्तुत किया गया। इस पर उन्होंने कार्रवाई करने के बजाय यह हटिप्पणी लिखकर वापस कर दिया कि जिला कृषि अधिकारी अपने स्तर से मामले की जांच कराएं। उसकी स्पष्ट आख्या के साथ संबंधित थाने में मुकदमा दर्ज कराएं।
जिला कृषि अधिकारी रामकेवल प्रसाद के वाहन चालक विनेश यादव हैं। जालसाज जयप्रकाश विनेश का बेटा बताया जा रहा है। जबकि तहरीर में उसका पता अज्ञात बताया जा रहा है। इस साजिश में कई लोग शामिल बताए जा रहे हैं।