महराजगंज। पुलिस हेडक्वार्टर से आई चार सदस्यीय टीम बुधवार को पुलिस कार्यालय पहुंची। उसने सभी शाखाओं से जुड़ी पत्रावली की जांच की।
पुलिस हेडक्वार्टर से बुधवार दोपहर करीब एक बजे आडिटर और तीन सदस्य पुलिस कार्यालय पहुंचे। एसपी लक्ष्मीनारायण के गोरखपुर में बैठक में शामिल होने के कारण टीम सीओ सदर कार्यालय पहुंची। वहां संबंधित लोगों से व्यय के लेखा-जोखा की पत्रावली मांगी और उसकी जांच की। एक साल में थानों और कार्यालयों के नाम पर कितना खर्च किया गया, उसका विवरण टीम ने लिया। आडिट के दौरान पुलिस कार्यालय में अफरातफरी का माहौल देखा गया। बताया जा रहा है कि टीम विभिन्न शाखाओं से आय-व्यय का लेखा-जोखा लेगी। आमतौर पर सरकारी विभागों में आडिट मार्च में होती है, लेकिन विधानसभा चुनाव के कारण कुछ देर से आडिट हो रही है।
सीओ सदर निश्छल भाई पटेल ने कहा कि आडिट टीम आई हुई है। वह बीते वित्तीय वर्ष का आडिट कर रही है।
महराजगंज। पुलिस हेडक्वार्टर से आई चार सदस्यीय टीम बुधवार को पुलिस कार्यालय पहुंची। उसने सभी शाखाओं से जुड़ी पत्रावली की जांच की।
पुलिस हेडक्वार्टर से बुधवार दोपहर करीब एक बजे आडिटर और तीन सदस्य पुलिस कार्यालय पहुंचे। एसपी लक्ष्मीनारायण के गोरखपुर में बैठक में शामिल होने के कारण टीम सीओ सदर कार्यालय पहुंची। वहां संबंधित लोगों से व्यय के लेखा-जोखा की पत्रावली मांगी और उसकी जांच की। एक साल में थानों और कार्यालयों के नाम पर कितना खर्च किया गया, उसका विवरण टीम ने लिया। आडिट के दौरान पुलिस कार्यालय में अफरातफरी का माहौल देखा गया। बताया जा रहा है कि टीम विभिन्न शाखाओं से आय-व्यय का लेखा-जोखा लेगी। आमतौर पर सरकारी विभागों में आडिट मार्च में होती है, लेकिन विधानसभा चुनाव के कारण कुछ देर से आडिट हो रही है।
सीओ सदर निश्छल भाई पटेल ने कहा कि आडिट टीम आई हुई है। वह बीते वित्तीय वर्ष का आडिट कर रही है।