समितियों के गोदाम सूने, खाद को भटक रहे किसान
ललितपुर। सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए तमाम योजनाएं लागू करने का दावा कर रही है, लेकिन किसानों को फसल की बुवाई के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। आलम यह है कि सहकारी समितियों के गोदाम सूने पड़े हैं और किसान खाद के लिए भटक रहे हैं। किसान रबी की फसल की बुवाई के लिए परेशान हैं।
रबी फसल की बुवाई का सीजन 15 अक्तूबर से शुरु हो गया है। किसानों ने खेतों में बुवाई से पहले ही पलेवा करना शुरु कर दिया है। नहरों के संचालन से पलेवा भी कम समय में हो रहा है। कुओं से सिंचाई करने वाले किसानों ने पहले ही सिंचाई पूरी कर ली है। अब खेत बुवाई के लिए तैयार हैं। किसानों ने बीज का इंतजाम कर लिया है, लेकिन सहकारी समितियों पर खाद नहीं होने से किसान परेशान हैं। इसके चलते किसानों को बाजार से नकद पैसा देकर खाद खरीदनी पड़ रही है।खाद नहीं मिलने से किसानों को बुवाई में पिछड़ने की चिंता सताने लगी है। खेत के सूखने का भय सता रहा है। किसान खाद की आस में समितियों के चक्कर काट रहे हैं।
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कैसे हो किसानों की आय दोगुनी
शासन भले ही किसानों को समय पर खाद- बीज की सुविधा मुहैया कराने को लेकर गंभीर हो, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण किसानों को समय पर सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। वर्तमान में बुवाई का सीजन चल रहा है, इसके बावजूद किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है। समय पर बुवाई और बीज को नमी न मिलने सेे फसल खराब हो जाएगी।
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इन सोसायटी पर नहीं है खाद
जिले में साधन सहकारी समिति बिजरौठा, विरधा, देवरान, बांसी, जखौरा आदि में दो दिन से खाद नहीं है। इसको लेकर किसान लगातार समितियों के चक्कर काट रहे हैं।
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खेतों में पानी पहले दे दिया था, अब खेत पूरी तरह से बुवाई के लिए तैयार हो गए हैं, लेकिन बीते दिनों से खाद नहीं मिल रही है। बुवाई के लिए पिछड़ रहे हैं। जल्द ही समिति पर खाद वितरण कराया जाए।
- ऊदल सिंह, मैनवार
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खाद के लिए समिति पर लगभग चार दिनों से चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक खाद नहीं मिल सकी है। आजकल कहकर टाला जा रहा है। इससे काफी परेशान हैं। खाद नहीं मिलने पर खेत में दोबारा पानी देना होगा।
- श्रीराम
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समितियों पर खाद का उठान हो गया है। 3480 मीट्रिक टन खाद की रैक दो दिन में आ रही है। रैक आने पर शीघ्र ही समितियों से खाद वितरण कराया जाएगा।
- रमेश कुमार गुप्ता, सहायक निबंधक सहकारिता