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चेकडैमों के निर्माण में हो रही अनियमितताएं
Lalitpur
Updated Tue, 14 Aug 2012 12:00 PM IST
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ललितपुर। कांग्रेस पदाधिकारियों ने सांसद प्रतिनिधि की अगुवाई में जिलाधिकारी को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि वर्षा जल संचय के नाम पर बनाए जा रहे चेकडैमों में भारी अनियमितताएं बरती जा रहीं हैं। इस वजह से शासन की मंशा पूरी नहीं हो पा रही है।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि विकास कार्यों पर करोड़ों रुपये खर्च हो चुके हैं, इसके बाद भी जिले की तस्वीर नहीं बदल सकी है। वर्षा जल संचय को बनाए जा रहे चेकडैमों में बडे़ पैमाने पर अनियमितताएं बरती जा रही हैं, न तो मानकों का ध्यान रखा जा रहा है और न ही सही तरीके से रेटों का निर्धारण हो रहा है। इतना ही नहीं, जनपद के बाहर की कार्यदायी संस्था को इसके निर्माण का जिम्मा सौंप दिया गया। उन्होंने इसे अनुचित बताते हुए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने पर जोर दिया। ज्ञापन में कहा गया है कि चेकडैमों के निर्माण में अनियमितता रोकने के लिए स्टीमेट एवं निर्माण लागत का गहन परीक्षण किया जाए, जिससे कि ग्रामीण लंबे समय तक चेकडैम से लाभान्वित हो सके। ज्ञापन देने वालों में अमित प्रिय जैन, समद खान, डा.सुनील खजुरिया, दिलीप चौधरी, छाया यादव, प्रकाश पटेल, बृजेश राजपूत, सुरेंद्र जैन, मुकेश, अनंत नदीम शबनम, रामनरेश दुबे, जयनारायण वाल्मीकि, राजू कुशवाहा, मुकेश रजक, संजीव कुमार, आनंद कुशवाहा आदि शामिल रहे।
ललितपुर। कांग्रेस पदाधिकारियों ने सांसद प्रतिनिधि की अगुवाई में जिलाधिकारी को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि वर्षा जल संचय के नाम पर बनाए जा रहे चेकडैमों में भारी अनियमितताएं बरती जा रहीं हैं। इस वजह से शासन की मंशा पूरी नहीं हो पा रही है।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि विकास कार्यों पर करोड़ों रुपये खर्च हो चुके हैं, इसके बाद भी जिले की तस्वीर नहीं बदल सकी है। वर्षा जल संचय को बनाए जा रहे चेकडैमों में बडे़ पैमाने पर अनियमितताएं बरती जा रही हैं, न तो मानकों का ध्यान रखा जा रहा है और न ही सही तरीके से रेटों का निर्धारण हो रहा है। इतना ही नहीं, जनपद के बाहर की कार्यदायी संस्था को इसके निर्माण का जिम्मा सौंप दिया गया। उन्होंने इसे अनुचित बताते हुए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने पर जोर दिया। ज्ञापन में कहा गया है कि चेकडैमों के निर्माण में अनियमितता रोकने के लिए स्टीमेट एवं निर्माण लागत का गहन परीक्षण किया जाए, जिससे कि ग्रामीण लंबे समय तक चेकडैम से लाभान्वित हो सके। ज्ञापन देने वालों में अमित प्रिय जैन, समद खान, डा.सुनील खजुरिया, दिलीप चौधरी, छाया यादव, प्रकाश पटेल, बृजेश राजपूत, सुरेंद्र जैन, मुकेश, अनंत नदीम शबनम, रामनरेश दुबे, जयनारायण वाल्मीकि, राजू कुशवाहा, मुकेश रजक, संजीव कुमार, आनंद कुशवाहा आदि शामिल रहे।