लखीमपुर खीरी-गोला गोकर्णनाथ। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर कांग्रेसियों ने शहर अध्यक्ष संजय गोस्वामी के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन किया। राज्यपाल को संबोधित पांच सूत्री ज्ञापन डीएम को सौंपा।
शहर अध्यक्ष संजय गोस्वामी ने कहा कि प्रदेश में गन्ना किसानों के लिए संकट पैदा हो गया है। न तो बकाया भुगतान मिल रहा और न ही गन्ने का उचित मूल्य। भाजपा सरकार ने चुनाव से पहले 450 रुपये प्रति क्विंटल गन्ना मूल्य देने का वादा किया था। पराली जलाने के नाम पर किसानों का शोषण किया जा रहा है। पराली जलाने को लेकर दर्ज किए गए मुकदमों को सरकार वापस ले। डॉ. रवि प्रसाद त्रिवेदी ने कहा कि नोटबंदी का परिणाम आज देखने को मिल रहा है। सभी भाजपा की नीति को जिम्मेदार बता रहे हैं। कोमल सिंह ने कहा कि देश व प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा चिंता की बात है। महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहीं हैं। धरना-प्रदर्शन में सरोजनी अवस्थी, सुजीता कुमारी, चंद्र प्रभा अवस्थी, राजेंद्र गुप्ता, संजीव मिश्रा आदि थे।
गन्ने का पुराना भुगतान चार जनवरी तक न हुआ तो पांच से होगा आंदोलन
गोला गोकर्णनाथ। निवर्तमान प्रदेश सचिव प्रह्लाद पटेल के संयोजन में कैंप कार्यालय भारत भूषण कॉलोनी में आयोजित बैठक के प्रदेश सचिव व जिला प्रभारी कुमुद गंगवार ने कहा कि गन्ना किसान तमाम समस्याओं से जूझ रहे हैं। सरकार आंख बंद किए है, जिससे मिल मालिकान किसानों का शोषण कर रहे हैं। बैठक के बाद भारत भूषण कॉलोनी से मिल रोड होते हुए बजाज हिंदुस्थान शुगर मिल के लिए प्रस्थान किया, जहां मिल प्रशासन और पुलिस से काफी नोकझोंक हुई। चीनी मिल की गन्ना लाइन में किसानों ने अपनी मांगों के लिए समर्थन किया। कांग्रेसियों ने एसडीएम की मध्यस्थता में मिल प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। चेतावनी दी कि मिल प्रशासन ने चार जनवरी तक पुराना भुगतान न किया तो पांच जनवरी को घेराव किया जाएगा। अध्यक्षता सत्यप्रकाश बाजपेई व संचालन शहजेंद्र दीक्षित ने किया। ज्ञापन देते समय सिद्धार्थ त्रिवेदी, केके मिश्रा, प्रेमकुमार वर्मा. सूरज प्रसाद श्रीवास्तव, अमित गुप्ता मौजूद रहे।
लखीमपुर खीरी-गोला गोकर्णनाथ। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर कांग्रेसियों ने शहर अध्यक्ष संजय गोस्वामी के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन किया। राज्यपाल को संबोधित पांच सूत्री ज्ञापन डीएम को सौंपा।
शहर अध्यक्ष संजय गोस्वामी ने कहा कि प्रदेश में गन्ना किसानों के लिए संकट पैदा हो गया है। न तो बकाया भुगतान मिल रहा और न ही गन्ने का उचित मूल्य। भाजपा सरकार ने चुनाव से पहले 450 रुपये प्रति क्विंटल गन्ना मूल्य देने का वादा किया था। पराली जलाने के नाम पर किसानों का शोषण किया जा रहा है। पराली जलाने को लेकर दर्ज किए गए मुकदमों को सरकार वापस ले। डॉ. रवि प्रसाद त्रिवेदी ने कहा कि नोटबंदी का परिणाम आज देखने को मिल रहा है। सभी भाजपा की नीति को जिम्मेदार बता रहे हैं। कोमल सिंह ने कहा कि देश व प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा चिंता की बात है। महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहीं हैं। धरना-प्रदर्शन में सरोजनी अवस्थी, सुजीता कुमारी, चंद्र प्रभा अवस्थी, राजेंद्र गुप्ता, संजीव मिश्रा आदि थे।
गन्ने का पुराना भुगतान चार जनवरी तक न हुआ तो पांच से होगा आंदोलन
गोला गोकर्णनाथ। निवर्तमान प्रदेश सचिव प्रह्लाद पटेल के संयोजन में कैंप कार्यालय भारत भूषण कॉलोनी में आयोजित बैठक के प्रदेश सचिव व जिला प्रभारी कुमुद गंगवार ने कहा कि गन्ना किसान तमाम समस्याओं से जूझ रहे हैं। सरकार आंख बंद किए है, जिससे मिल मालिकान किसानों का शोषण कर रहे हैं। बैठक के बाद भारत भूषण कॉलोनी से मिल रोड होते हुए बजाज हिंदुस्थान शुगर मिल के लिए प्रस्थान किया, जहां मिल प्रशासन और पुलिस से काफी नोकझोंक हुई। चीनी मिल की गन्ना लाइन में किसानों ने अपनी मांगों के लिए समर्थन किया। कांग्रेसियों ने एसडीएम की मध्यस्थता में मिल प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। चेतावनी दी कि मिल प्रशासन ने चार जनवरी तक पुराना भुगतान न किया तो पांच जनवरी को घेराव किया जाएगा। अध्यक्षता सत्यप्रकाश बाजपेई व संचालन शहजेंद्र दीक्षित ने किया। ज्ञापन देते समय सिद्धार्थ त्रिवेदी, केके मिश्रा, प्रेमकुमार वर्मा. सूरज प्रसाद श्रीवास्तव, अमित गुप्ता मौजूद रहे।