लखीमपुर खीरी। ईसानगर थाना क्षेत्र के एक गांव में हुए सामूहिक रेप और लूट के मामले को काफी समय तक छुपाने की कोशिश हुई। चर्चा होने के बाद उच्चाधिकारियों ने लूट की घटना दबी जुवान से स्वीकार की। हालांकि रेप की घटना से इंकार किया है। वहीं पूरे प्रकरण में ईसानगर थाना पुलिस की भूमिका संदेहास्पद हो गई है, क्योंकि उच्चाधिकारियों को इस बारे में कोई सूचना न देकर मामले को दबाने का भरसक प्रयास किया गया।
धौरहरा सीओ अरविंद मिश्रा ने घटनास्थल का मौका मुआयना करने के बाद अमर उजाला को बताया है कि पीड़ित परिवार के सदस्यों ने 5200 रुपये नगदी और अनाज लूटने की बात बताई है। साथ ही कहा कि सामूहिक रेप की बात सामने नहीं आई है। मामले की जांच की जा रही है, आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।