प्रतिबंधित पशु काटने का विरोध
बाजार बंद कर निकाला जुलूस
मझगईं(खीरी)। प्रतिबंधित पशु काटे जाने की खबर पर सैकड़ों मझगईं वासियों ने बाजार बंद कर जुलूस निकाला और पुलिस के विरुद्ध जाम लगाकर प्रदर्शन किया। सूचना पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक, एसडीएम और सीओ ने लोगों को समझा कर मामला सुलटाने का प्रयास किया, वहीं पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है।
सोमवार देर रात मझगईं के उत्तर स्थित चमरौधा निवासी नत्थूलाल के एक प्रतिबंधित पशु को कुछ लोग खोल ले गए थे। जिसके कटे अवशेष मंगलवार को चौखड़ा फार्म जाने वाले मार्ग पर स्थित एक गन्ने के खेत में घास काटने गए लोगों को दिखे। इसकी सूचना पशु मालिक ने पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने उसे गंभीरता से न लेकर उल्टे पशु मालिक को बैठाकर समझाने का प्रयास किया। इसकी खबर गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई। सैकड़ों लोगों ने देर रात एकत्र होकर पुलिस विरोधी नारे लगाने लगाने। साथ ही उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी। सुबह होते ही अपर पुलिस अधीक्षक बालेंदु भूषण सिंह, सीओ नितेश सिंह, एसडीएम विजय बहादुर कई थानों की फोर्स और पीएसी के साथ मौके पर पहुंच गए।
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पूर्व मंत्री धरने पर बैठे
पूर्व सहकारिता मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता रामकुमार वर्मा ने मझगईं पहुंच धरना दे रहे लोगों को संबोधित कर सपा सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद होने की बात कही। उन्होंने कहा कि इन दिनों प्रतिबंधित पशुओं के मारे जाने की घटनाएं बढ़ी हैं।
उधर, सड़क पर धरना दे रहे ग्रामीणों के कारण घंटों रास्ता बंद रहा। दोनाें तरफ वाहनाें की लंबी कतारें लग गई। अपर पुलिस अधीक्षक व एसडीएम ने पूर्व मंत्री को समझा बुझाकर धरना समाप्त कराया।