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दुपट्टे के दो टुकड़े किए, लगा ली फांसी
परिवार शादी को थे राजी, लेकिन बालिग होने पर
एक ही चिता पर दोनों का हुआ अंतिम संस्कार
निघासन/लखीमपुर। निघासन के मन्ना पुरवा में नाबालिग प्रेमी युगल ने एक साथ एक ही पेड़ पर चुनरी के फंदे लगाकर आत्महत्या कर ली। हालांकि दोनों के परिजनों को उनके प्रेम पर ऐतराज नहीं था लेकिन वह बालिग होने तक विवाह करने को राजी नहीं थे। नादान प्रेमी युगल को इंतजार गवारा नहीं हुआ। पुलिस को सूचना दिए बगैर परिजनों ने एक ही चिता पर दोनों के शव रखकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया।
पुलिस चौकी झंडी के गांव मन्ना पुरवा निवासी रामचंद्र की बेटी साधना (15) और पड़ोसी सजातीय जसवंत (17) एक-दूसरे से प्रेम करते थे। दोनों ने संग-संग घर बसाने का ख्वाब देखा और साथ जीने-मरने की कसमें खाईं। उनके प्यार की जानकारी परिजनों को हुई तो उन्होंने दोनों को समझाने का प्रयास किया। जब दोनों नहीं माने तो गुरुवार को जसवंत की मां फूलकेसरी तथा साधना के पिता रामचंद्र ने परिजनों के साथ बैठ समस्या का हल निकाला। तय हुआ कि दोनों तीन साल बाद बालिग हो जाएंगे। तब दोनों का विवाह करा दिया जाएगा। तब तक समाज का ख्याल रखते हुए दोनों मिलना जुलना कम कर दें।
बैठक में साधना और जसवंत ने इस बात पर सहमति भी जता दी, लेकिन शुक्रवार की शाम दोनों बहाने से गायब हो गए। परिजनों ने दोनों की बहुत तलाश की, लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला। शनिवार सुबह दोनों के शव आम के बाग में पेड़ पर लटकते मिले। आम के पेड़ के नीचे दोनों की चप्पलें पड़ी थीं। दुपट्टे के दो टुकड़े कर दोनों ने फांसी लगाई थी।
जसवंत की मां फूलकेसरी ने बताया कि दोनाें की शादी कराने में कोई समस्या नहीं थी, लेकिन उनकी शादी लायक उम्र नहीं हुई थी और फिर शादी के लिए रकम भी जुटानी थी। साधना के पिता रामचंद्र ने बताया कि बेटी छोटी थी। इसलिए उसके बालिग होने तथा उसके बड़े भाई की शादी करने के बाद उसकी शादी करने की बात कही गई थी।
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दोनों के परिजनों की रजामंदी के चलते शवों का अंतिम संस्कार हुआ था। जब जानकारी हुई तो एसओ तथा चौकी इंचार्ज को भेजा गया। दोनों के परिवार वालों ने लिख कर दे दिया है कि वह कोई कार्रवाई नहीं चाहते।-महेश अत्री, सीओ, निघासन ।