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बांकेगंज। मैलानी रेंज के भरिगवां बीट के अंतर्गत किशनपुर में बुधवार रात तेंदुआ ने दूसरी बार हमला बोल कर दो बकरियों को निवाला बनाया। इससे पहले हमलावर तेंदुए ने इसी गांव में रात धावा बोल कर पांच बकरियों को निवाला बनाया था। वनकर्मियों की कड़ी निगरानी के बावजूद चालाक तेंदुए ने गांव के दूसरे छोर से घात लगाकर घर में बंधी दो बकरियों को अपना शिकार बनाया।
रेंजर मैलानी अनिल श्रीवास्तव ने इस बात की पुष्टि करते हुए ग्रामीणों से सतर्क रहने की बात कही है। रेंजर ने बताया कि गांव में तेंदुए की निगरानी के लिए गठित टीम मौजूद थी। इस दौरान गांव के दूसरे छोर से तेंदुए ने घात लगाकर ग्रामीण मिस्टर और चन्नू रसूल के घरों से रात किसी समय धावा बोलकर बकरियों का शिकार किया।
रेंजर ने मैलानी वन क्षेत्र के किनारे बसे ग्रामीणों को सुरक्षित जगहों पर अपने मवेशी बांधने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि महुरैना के फारेस्टर बृजेश कुमार, गार्ड सुखपाल सहित रेंज के बाचर तेंदुए की लगातार निगरानी कर रहे हैं।
बांकेगंज। मैलानी रेंज के भरिगवां बीट के अंतर्गत किशनपुर में बुधवार रात तेंदुआ ने दूसरी बार हमला बोल कर दो बकरियों को निवाला बनाया। इससे पहले हमलावर तेंदुए ने इसी गांव में रात धावा बोल कर पांच बकरियों को निवाला बनाया था। वनकर्मियों की कड़ी निगरानी के बावजूद चालाक तेंदुए ने गांव के दूसरे छोर से घात लगाकर घर में बंधी दो बकरियों को अपना शिकार बनाया।
रेंजर मैलानी अनिल श्रीवास्तव ने इस बात की पुष्टि करते हुए ग्रामीणों से सतर्क रहने की बात कही है। रेंजर ने बताया कि गांव में तेंदुए की निगरानी के लिए गठित टीम मौजूद थी। इस दौरान गांव के दूसरे छोर से तेंदुए ने घात लगाकर ग्रामीण मिस्टर और चन्नू रसूल के घरों से रात किसी समय धावा बोलकर बकरियों का शिकार किया।
रेंजर ने मैलानी वन क्षेत्र के किनारे बसे ग्रामीणों को सुरक्षित जगहों पर अपने मवेशी बांधने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि महुरैना के फारेस्टर बृजेश कुमार, गार्ड सुखपाल सहित रेंज के बाचर तेंदुए की लगातार निगरानी कर रहे हैं।