कमरा ढहने का मामला
भूकंपरोधी कमरा बारिश में ही ढह गया था
निघासन। खमरिया गांव के नवनिर्मित प्राथमिक विद्यालय का कमरा गिरने के मामले को डीएम ने गंभीरता से लेते हुए एसडीएम से आख्या मांगी है। एसडीएम ने मामले की जांच तहसीलदार को सौंपी है। तहसीलदार ने अपनी जांच में निर्माण प्रभारी प्रधान अध्यापिका व उसके सहयोगी अध्यापक को दोषी पाया है।
खमरिया गांव के प्राथमिक विद्यालय में तीन कमरों का निर्माण छह लाख की लागत से कराया जा रहा था। शुक्रवार को पहली ही बरसात में एक कमरे का लिंटर गिर गया था, जिससे आरसीसी छत भी भरभरा कर ढह गई थी। मामले की जांच कर रहे तहसीलदार ओपी त्रिपाठी ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में निर्माण प्रभारी अमिता मालवीय ने कमरों को ठेके पर बनवाने का जिम्मा अध्यापक पवन मिश्रा को दे दिया था। भूकंपरोधी मानक के अनुरूप कमरे का निर्माण नहीं कराया गया था, घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया था। इसी का नतीजा है कि लिंटर तो गिरा ही, साथ में आरसीसी छत भी ढह गई। तहसीलदार ने बताया कि डीएम को भेजी गई आख्या में अमिता मालवीय व पवन मिश्रा की लापरवाही की रिपोर्ट भेजी गई है। दोनों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति आख्या डीएम को भेजी जा रही है।