लखीमपुर खीरी। डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा कि उन्नत खेती के लिए किसानों को समय-समय पर नई तकनीकों की जानकारी संबंधित विभागों द्वारा मुहैया कराई जाएं। उन्होंने प्रत्येक तहसील दिवस में किसान कैंप लगाकर कृषि, पशुपालन, उद्यान, मत्स्य, गन्ना व बैंक संबंधी जानकारी किसानों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। सहकारी समितियों के भंडारगृह को दुरुस्त कराकर भंडारण क्षमता बढ़ाने पा जोर दिया।
जिला स्तरीय खरीफ गोष्ठी नसीरुद्दीन मेमोरियल हाल में हुई, जहां परिसर में संबंधित विभागों और कंपनियों ने स्टाल लगाकर किसानों को तकनीकी जानकारी दी। गोष्ठी में उद्घाटन को पहुंचे डीएम ने स्टालों का निरीक्षण भी किया। हाइब्रिड बीज पर मिलने वाली छूट के चलते कई किसानों ने स्टालों पर धान बीज खरीदा। बैठक में किसानों को उन्नत खेती के गुर सिखाते हुए कृषि विशेषज्ञों ने दूध के उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिया। तो सब्जी व औषधीय खेती के प्रति भी किसानों को जागरुक किया गया। संयुक्त देयता समिति (जीएलजी) ग्रुप बनाने के लिए किसानों को जानकारी दी गई, जिससे पांच-छह किसानों के ग्रुप प्रत्येक गांव में बनाए जा सकें और किसान अपनी जरुरतों को पूरा कर सके। जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र सिंह ने बताया कि जीएलजी ग्रुप को कृषि यंत्रों की खरीद पर छूट मिलेगी और नाबार्ड से सहायता भी दी जाएगी। खरीफ सीजन में धान बोवाई के लिए कुल 23943 क्विंटल धान बीज का लक्ष्य रखा गया है, जिसके मुकाबले 12 हजार क्विंटल बीज की उपलब्ता है। खाद के स्टाक के बारे में बताया कि 16500 एमटी एनपीके व डीएपी का प्रीपोजीशनिंग स्टाक है। जिले में 1,84,500 हेक्टेयर धान बोवाई का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इस गोष्ठी में डिप्टी डायरेक्टर कृषि आरके सिंह, एआर कोआपरेटिव वीके पटेल, एलडीएम एचएस गिल, डीडीओ दिनेश कुमार समेत कृषि विशेषज्ञ व किसान मौजूद रहे।