स्कूलों में बच्चों की सुविधाओं पर लगा ग्रहण
1646 स्कूलों के विद्युतीकरण को जारी हुए थे 4.44 करोड़
1139 स्कूलों में हुआ बिजली कनेक्शन
लखीमपुर खीरी। बेसिक स्कूलों में विद्युतीकरण वर्ष 2009-10 से कराया जा रहा है, जिसके बावजूद कार्य आधा-अधूरा है। बेसिक शिक्षा विभाग अभी तक जिले के 1646 स्कूलों में विद्युतीकरण कराने के लिए धनराशि स्कूलों के खातों में भेज चुका है, जिससे आंतरिक वायरिंग होनी थी। बिजली विभाग के मुताबिक 1139 स्कूलों में बिजली कनेक्शन हुए हैं। वहीं बेसिक शिक्षा विभाग 641 स्कूलों में बिजली आपूर्ति की बात स्वीकार कर रहा है। शेष स्कूलों में आपूर्ति बाधित होने की बात कह रहा है। बड़े पैमाने पर बरती गई अनियमितताओं के चलते बच्चों की सुविधाओं पर ग्रहण लग गया है।
स्कूलों में बिजली को लेकर बीएसए देवकी सिंह ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से उपभोग प्रमाण पत्र और आख्या भी मांगी थी, जिसे उपलब्ध नहीं कराया गया है। विद्युतीकरण में वित्तीय अनियमितताओं की आशंका पहले से ही व्यक्त की जा रही थी, लेकिन बीते 26 अप्रैल 2012 को इलाहाबाद बैंक मैगलगंज द्वारा छह स्कूलों के विद्युतीकरण का पैसा वापस भेजने के बाद अनियमितता की बात पुख्ता हो गई है। विभाग तमाम स्कूलों में बिजली आपूर्ति बाधित होने की बात कह कर बिजली बिल का भुगतान करने से पीछे हट रह रहा है। जबकि खंड शिक्षा अधिकारियों ने इस संबंध में कोई आख्या विभाग को नहीं सौंपी है, जिससे खंड शिक्षा अधिकारियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है। सूत्र बताते हैं कि स्कूलों में वायरिंग का कार्य पंजीकृत ठेकेदारों से कराया जाना था, लेकिन मानकों को दरकिनार करते हुए अधोमानक स्तर का कार्य कराया गया है। लिहाजा अधिकांश स्कूलों की वायरिंग समय से पहले ही खराब हो गई है। तो कुछ विद्यालयों में उपकरण जैसे पंखा, बल्व आदि नहीं लगे हैं।
0000
चार राउंड में जारी हुआ बजट
स्कूलों में विद्युतीकरण के लिए चार राउंड में पैसा जारी किया गया। पहले राउंड में 751, दूसरे में 50, तीसरे में 36 और चौथे राउंड में 809 स्कूलों में विद्युतीकरण कराने के लिए पैसा दिया गया। प्रत्येक स्कूल को दिए गए 26,988 रुपये से बिजली कनेक्शन बिल, पंखा व ट्यूबलाइट और आंतरिक वायरिंग के कार्य कराने थे।
0000
फंसा बिजली बिल का भुगतान
बिजली विभाग ने बिल भुगतान लेने के लिए कवायद तेज कर दी है। बताते हैं कि कई सालों से बिजली बिलों का भुगतान नहीं हुआ है। हालांकि बिजली बिल के लिए आने वाली धनराशि का आहरण बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा किया जा चुका है। सूत्र बताते हैं कि स्कूलों में बिजली कनेक्शन की सूची पर गतिरोध बना हुआ है। ईई बृजमोहन ने बताया कि बिजली बिल भुगतान के लिए आवश्यक बिल बेसिक शिक्षा विभाग को मुहैया करा दिया गया है।