पैदावार पर पड़ता है असर, किसान परेशान
मोहम्मदी। अभी तक इंसानों में ही कैंसर सुना जाता था, लेकिन अब फसलों में भी कैंसर होने लगा है। गन्ने की फसल में कैंसर से क्षेत्र के किसान काफी परेशान हैं।
किसानों का कहना है कि जिस गन्ने के पौधे में यह रोग लग जाता है उसकी पत्ती काली हो जाती है, फिर एक के बाद दूसरे, तीसरे पौधों में यह रोग फैलता जाता है। कुछ गन्ना किसान इस रोग से फसल को बचाने के लिए प्रभावित पौधे को जड़ से खोदकर नाले या तालाब में दबा देते हैं।
बताया जाता है कि हवा चलने पर इस रोग का प्रभाव दूसरे खेतों में भी हो जाता है। जिससे पूरे खेत की पैदावार प्रभावित होती है। महंगे कीटनाशकों का छिड़काव करने पर भी इस रोग पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। कृषक रामअवतार सिंह, राजेंद्र सिंह, सरनाम सिंह, नत्थूलाल शुक्ला आदि का कहना है कि फसल में पहला पानी लगाते समय फोराडान दवा का स्प्रे करने से रोग लगने पर रोकथाम की जा सकती है।
गन्ना समिति के सचिव सुनील कुमार सिंह का कहना है कि प्रभावित पौधे को जड़ से काटने के बाद झिल्ली से बांधकर बाहर ले जाकर जला दें, या पशुओं के चारे में प्रयोग कर सक ते हैं। इसके अलावा इसका कोई इलाज नहीं है।