सीएमओ को पसगवां सीएचसी के निरीक्षण में मिली खामियां
पसगवां। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सीएमओ ने निरीक्षण किया। इस दौरान आशा बहुओं ने समायोजन कराने की मांग की तथा ग्रामीणों ने दवाइयों की कमी और जनरेटर न चलाए जाने की शिकायत की।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एन एल यादव का जिले में बिगड़ी स्वास्थ्य सेवाओं का सामना करना पड़ रहा है। यहां सीएचसी में लैब, ड्रेेसिंग रूम, प्रतिरक्षण कक्ष, ऑपरेशन थियेटर तथा औषधि वितरण कक्ष का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने को कहा। इस दौरान ग्रामीणों ने सीएमओ से कहा कि सीएचसी अधीक्षक रात में यहां नहीं रुकते हैं तथा रात में मरीज लाने पर जनरेटर भी नहीं चलाया जाता है। मरीजों को मोमबत्ती साथ में लानी पड़ती है।
इसके अलावा उन्होंने अस्पताल में दवाइयों की कमी, एम्बुलेंस की सुविधा न होने तथा अस्पताल परिसर व कर्मचारी कॉलोनी में हैंडपंप न होने से पेयजल की किल्लत सहित तमाम समस्याओं से अवगत कराया।
निरीक्षण के दौरान आशा बहुओं ने समायोजन धन दिलाए जाने की मांग की तो सीएमओ ने बजट आने पर धनराशि आवंटित कराए जाने का आश्वासन दिया। लोगों का यह भी कहना था कि सीएचसी में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. एल पी सिंह नवंबर 2011 तक यहां तैनात रहे लेकिन उन्होंने मरीजों को नहीं देखा। पूरा वेतन भी निकाला। ऐसे कई चिकित्सक यहां तैनात रहे जिन्होंने मरीजों को देखे बिना पूरा वेतन निकाला।
इस मौके पर सीएचसी अधीक्षक डॉ. एससी गुप्ता, डॉ. गोपाल सिंह, सीजे सिंह के अलावा आशा बहू शालिनी पांडे, रजनी शुक्ला, सुनीता, ऊषा मिश्रा, इसमिल्ला, विनय कुमारी, तहरीन सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
सीएमओ ने मितौली, कुंभी सीएचसी और बरबर और औरंगाबाद उप स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण कर जरूरी दिशा निर्देश दिए। सभी जगह अव्यवस्थाएं मिलीं।