विज्ञापन
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Lakhimpur Kheri News ›   सरकारी स्कूलों में खर्च की गई रकम का ब्यौरा तलब

सरकारी स्कूलों में खर्च की गई रकम का ब्यौरा तलब

Lakhimpur Updated Sun, 06 May 2012 12:00 PM IST
यूनीफार्म तथा स्कूल बैग वितरण में घपले की आशंका

स्कूलों में पुस्तकालय व गणित/विज्ञान किट का ब्यौरा मांगा
लखीमपुर खीरी। सर्व शिक्षा अभियान के तहत सरकारी स्कूलों में संचालित विभिन्न कार्यक्रमों के मद में लाखों की रकम खर्च की जा चुकी है, लेकिन संबंधित प्रधान अध्यापकों ने उपभोग प्रमाण पत्र व विल बाउचर विभाग को नहीं दिए हैं। बीएसए देवकी सिंह ने इस बावत सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को खर्च की गई धनराशि के विल बाउचर व उपभोग प्रमाण पत्र शिक्षकों से प्राप्त कर उपलब्ध कराने के कड़े निर्देश जारी किए हैं।
शैक्षिक सत्र 2011-12 में बच्चों को नि:शुल्क दी जाने वाली यूनीफार्म तथा स्कूल बैग की खरीद व वितरण में गड़बड़ी की आशंका जताई गई है। कई स्कूलों के निरीक्षण के दौरान पाया गया था, कि रजिस्टर में छात्र संख्या अधिक दर्ज की गई है। जबकि उपस्थिति मात्र 30 से 40 फीसदी ही रहती है। इस लिहाज से तमाम फर्जी ढंग से छात्र संख्या बढ़ाकर लाखों के गोलमाल की संभावनाएं बढ़ गई हैं। वहीं वर्ष 2010-11 तथा 2011-12 में प्राथमिक व जूनियर स्कूलों में पुस्तकालय स्थापित करने की योजना थी, जिसमें सभी स्कूलों के प्रधान अध्यापक/शिक्षक रकम आहरित कर चुके हैं। फिर भी कई स्कूलों में मानक के अनुसार पुस्तकें नहीं खरीदी गई हैं, तो पुस्तकालयों की स्थापना भी नहीं की गई है। बता दें कि प्राथमिक को तीन हजार तथा जूनियर स्कूलों को 10 हजार रुपये दिए जा चुके हैं। वहीं एक अन्य महत्वाकांक्षी योजना के तहत जूनियर स्कूलों में बच्चों को तकनीकी शिक्षा देने के लिए गणित/विज्ञान किट खरीदी जानी थी। इसके लिए प्रत्येक स्कूल को पांच-पांच हजार की धनराशि दी गई थी। सूत्रों की माने तो इस मद में मिली रकम का दुरुपयोग किया गया है। अधिकांश विद्यालयों में किट मौजूद नहीं है, जहां है तो वह मानक के अनुसार नहीं खरीदी गई। ऐसा कमीशनबाजी के चलते हुआ। कई बार उपभोग प्रमाण पत्र अधिकारियों द्वारा मांगे जा चुके हैं, लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ।

खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि भौतिक सत्यापन करने के साथ ही बिल बाउचर भी जुटाने हैं। बीएसए ने सत्यापन के साथ उपभोग प्रमाण पत्र एक सप्ताह के भीतर मांगे हैं। साथ ही स्कूलों में नगद भुगतान व चेक भुगतान के संबंध में जानकारी मांगी गई है।
0000
कई स्कूलों के विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की खरीद अपंजीकृत फर्मों से किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। कुछ अन्य शिकायतें भी मिली थीं, जिसके मद्देनजर उपभोग प्रमाण पत्र मांगे गए हैं।
-देवकी सिंह, बीएसए
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Independence day

अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर

Next Article

फॉन्ट साइज चुनने की सुविधा केवल
एप पर उपलब्ध है

app Star

ऐड-लाइट अनुभव के लिए अमर उजाला
एप डाउनलोड करें

बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
X
Jobs

सभी नौकरियों के बारे में जानने के लिए अभी डाउनलोड करें अमर उजाला ऐप

Download App Now

अपना शहर चुनें और लगातार ताजा
खबरों से जुडे रहें

एप में पढ़ें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed

Reactions (0)

अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं

अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें