टिड्डियां भगाने को फायर ब्रिगेड ने संभाला मोर्चा, दमकल की पांच गाड़ियों से किया गया छिड़काव
पडरौना। तीन दिन से जिले में डेरा जमाए टिड्डियों के दल को भगाने के लिए फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियाें से छिड़काव कराया गया। हालांकि मौसम में नमी के चलते इन्हें भगाने में दिक्कत आ रही है। कृषि विभाग का दावा है कि अभी फसलों को नुकसान नहीं हुआ है। छिड़काव से बड़ी संख्या में टिड्डियां मरी हैं, कुछ हिस्सा बिहार की तरफ बढ़ गई हैं।
गोड़रिया बाजार प्रतिनिधि के अनुसार शनिवार रात में ही जिला कृषि अधिकारी प्यारेलाल टीम के साथ पहुंच गए। रविवार को सीडीओ आनंद कुमार, उप निदेशक कृषि चौधरी अरुण कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी बीआर मौर्या आदि अफसर दमकल कर्मियों व कीटनाशक दवाओं के साथ जंगल लुअठहां पहुंचे। गांव वालों ने शोर मचाने के लिए थाली व बर्तन आदि बजाया। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि टिड्डियों का दल गौरी श्रीराम, गगलवा, जंगल लुअठहां समेत सेवरही कस्बे के समीप तक पहुंचा है। टिड्डियों का दल सागौन, सेमल, पाकड़, पीपल व रेलवे लाइन के किनारे लगे ऊंचे पेड़ों पर जमा है। अभी फसलों को नुकसान नहीं पहुंचा है। बारिश के चलते टिड्डियां अधिक दूरी तक उड़ नहीं पा रही हैं, जिससे इन्हें भगाने में दिक्कत हो रही है। क्यूनाल फास 20 प्रतिशत का घोल बनाकर छिड़काव कराया जा रहा है। इसके अलावा लोगों को शोर मचाने के लिए कहा जा रहा है।
फसलों को नहीं पहुंचा है नुकसान: सीडीओ
सीडीओ आनंद कुमार ने बताया कि जंगल लुअठहां के पास टिड्डियों के विशाल दल के रुकने की सूचना पर शनिवार की पूरी रात कृषि विभाग की टीम मौके पर इन कीटों को भगाने का उपाय करने में लगी रही। रविवार को फायर ब्रिगेड की गाड़ी लगाकर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया गया। बारिश में भीगने के चलते टिड्डियां बहुत दूर तक उड़ नहीं पा रही थीं। दवा छिड़काव के बाद बड़ी संख्या में टिड्डियां मरकर जमीन पर गिर गईं। इसके अलावा कुछ समूह बिहार की तरफ चला गया। थोड़ी संख्या में बची टिड्डियों को भी भगाने का कार्य चल रहा है। लगातार प्रयास के चलते फसलों को नुकसान नहीं होने पाया है।
टिड्डियां भगाने को फायर ब्रिगेड ने संभाला मोर्चा, दमकल की पांच गाड़ियों से किया गया छिड़काव
पडरौना। तीन दिन से जिले में डेरा जमाए टिड्डियों के दल को भगाने के लिए फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियाें से छिड़काव कराया गया। हालांकि मौसम में नमी के चलते इन्हें भगाने में दिक्कत आ रही है। कृषि विभाग का दावा है कि अभी फसलों को नुकसान नहीं हुआ है। छिड़काव से बड़ी संख्या में टिड्डियां मरी हैं, कुछ हिस्सा बिहार की तरफ बढ़ गई हैं।
गोड़रिया बाजार प्रतिनिधि के अनुसार शनिवार रात में ही जिला कृषि अधिकारी प्यारेलाल टीम के साथ पहुंच गए। रविवार को सीडीओ आनंद कुमार, उप निदेशक कृषि चौधरी अरुण कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी बीआर मौर्या आदि अफसर दमकल कर्मियों व कीटनाशक दवाओं के साथ जंगल लुअठहां पहुंचे। गांव वालों ने शोर मचाने के लिए थाली व बर्तन आदि बजाया। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि टिड्डियों का दल गौरी श्रीराम, गगलवा, जंगल लुअठहां समेत सेवरही कस्बे के समीप तक पहुंचा है। टिड्डियों का दल सागौन, सेमल, पाकड़, पीपल व रेलवे लाइन के किनारे लगे ऊंचे पेड़ों पर जमा है। अभी फसलों को नुकसान नहीं पहुंचा है। बारिश के चलते टिड्डियां अधिक दूरी तक उड़ नहीं पा रही हैं, जिससे इन्हें भगाने में दिक्कत हो रही है। क्यूनाल फास 20 प्रतिशत का घोल बनाकर छिड़काव कराया जा रहा है। इसके अलावा लोगों को शोर मचाने के लिए कहा जा रहा है।
फसलों को नहीं पहुंचा है नुकसान: सीडीओ
सीडीओ आनंद कुमार ने बताया कि जंगल लुअठहां के पास टिड्डियों के विशाल दल के रुकने की सूचना पर शनिवार की पूरी रात कृषि विभाग की टीम मौके पर इन कीटों को भगाने का उपाय करने में लगी रही। रविवार को फायर ब्रिगेड की गाड़ी लगाकर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया गया। बारिश में भीगने के चलते टिड्डियां बहुत दूर तक उड़ नहीं पा रही थीं। दवा छिड़काव के बाद बड़ी संख्या में टिड्डियां मरकर जमीन पर गिर गईं। इसके अलावा कुछ समूह बिहार की तरफ चला गया। थोड़ी संख्या में बची टिड्डियों को भी भगाने का कार्य चल रहा है। लगातार प्रयास के चलते फसलों को नुकसान नहीं होने पाया है।