सिराथू के अजुहा कस्बे में कई दिनों से लावारिस हाल घूमने वाली महिला की मंगलवार को संदिग्धदशा में मौत हो गई। महिला की शिनाख्त नहीं हो सकी है। पुलिस ने जांच के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। माना जा रहा है कि गर्मी के कारण उसकी तबीयत बिगड़ने से जान गई है। बता दें कि इस साल अप्रैल महीने से ही भीषण गर्मी का कहर शुरू हो गया है। चैत में ही पारा 41 पार हो चुका है। जेठ जैसी गर्मी और तीखी धूप जानलेवा बनी हुई है।
सैनी कोतवाली क्षेत्र के अजुहा बाजार में करीब 50 वर्षीय एक महिला कई दिनों से लावारिस भटक रही थी। अधेड़ महिला की मंगलवार की रात मौत हो गई। स्थानीय लोग बताते हैं कि अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। महिला की हालत बिगड़ती देख कस्बे के कुछ लोगों ने एम्बुलेंस मंगाकर उसे जिला अस्पताल भेज दिया था। पर, रास्ते में ही महिला की सांसें थम गई। अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव के शिनाख्त की कोशिश की, पर सफलता नहीं मिली। छानबीन करने के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। महिला कौन थी और उसकी मौत कैसे हुई इसकी कोई जानकारी नहीं हो सकी। अजुहा कस्बे के लोगों का कहना है कि संभवत: महिला की दिमागी हालत ठीक नहीं थी। दिनभर वह चिलचिलाती धूप में घूमती रहती थी। अंदेशा है कि महिला की मौत धूप और गर्मी लगने से हुई है। वैसे भी देखें तो इस साल अप्रैल महीने में ही गर्मी रौद्ररूप दिखाने लगी है। पारा 41 से ऊपर हो चुका है। सुबह से ही आसमान से आग बरसने लगती है। तीखी धूप में गर्म हवा के थपेड़ों से जिस्म झुलसने लगा है। रिकार्डतोड़ गर्मी और तीखी धूप का आलम यह है कि सुबह 9 बजे के बाद लोगों को घर से निकलना मुश्किल है।