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कातिल को नहीं पकड़ नहीं पा रही पुलिस
मंझनपुर। चर्चित सत्येंद्र उर्फ मस्ताना मर्डर केस का खुलासा करने में सरायअकिल पुलिस सिर्फ लकीर पीट रही है। पहले हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर आगे बढी पुलिस अब खुदकुशी पर आकर अटक गई है। खुद पुलिस स्वीकार कर रही है, मौत का राज युवक के घर में छिपा है, पर चंद फासले पर खड़े कातिल को पुलिस नहीं पकड़ सकी।
सरायअकिल कोतवाली के मिश्रपुर डहिया गांव निवासी डायट प्रवक्ता बीडी मिश्र के बेटे सत्येंद्र उर्फ मस्ताना की 30 नवंबर को हत्या कर दिया था। प्रवक्ता ने पुलिस को तहरीर में बताया कि उनका बेटा नलकूप गया था। वापस लौटते वक्त किसी ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। घटना के चार घंटे के बाद पुलिस को सूचना दिया गया। मौके पर पहुंची पुलिस और फारेंसिक टीम ने जांच किया तो नलकूप व रास्ते में कहीं पर खून नहीं मिला। घर के अंदर ही खून पड़ा मिला। पुलिस ने शव का सीटी स्कैन कराया लेकिन गोली नहीं मिली।
बाद में घरवाले सत्येंद्र के खुदकुशी करने की बात कहने लगे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शार्प आब्जेक्ट (भारी वस्तु के हमले से मौत) होने पर पुलिस घटना में खुदकुशी का लवादा नहीं पहना पा रही है। नतीजतन घटना के करीब 75 दिन बाद भी सत्येंद्र की मौत का रहस्य बरकरार है। थानाध्यक्ष विजय विक्रम सिंह का कहना है मौत का राज प्रवक्ता के घर के अंदर ही है। मामले की कई बिन्दुओं पर जांच किया जा चुका है। कुछ साक्ष्य और संकलित किए जा रहे हैं। घटना का जल्द ही खुलासा किया जाएगा।