पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
मंझनपुर। एक गांव से बैल चोरी की नामजद शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि पशु तस्कर लोगों के जानवर चोरी से खोलकर बेच डालते हैं। इसकी नामजद शिकायत करने पर चौकी पुलिस कार्रवाई करने के बजाय सुलह कराने में लगी है। इससे गुस्साए ग्रामीणों का कहना है कि यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती है, तो उन्हें ही कोई कदम उठाना होगा। सीओ का कहना है मामले की जांच कराकर कार्रवाई होगी।
बताया जाता है कि सैनी कोतवाली क्षेत्र के दौलतपुर गांव निवासी बेचू लाल किसान है। बुधवार रात घर के सामने पशुशाला से उसके एक जोड़ी बैल चोरी हो गए। बेचू लाल का कहना है कि बैलों की चोरी गांव के ही एक ने की है। भुक्तभोगी ने घटना की तहरीर अलीपुर चौकी पुलिस को दी। आरोप है कि तहरीर लेने के बाद भी पुलिस ने केस दर्ज करने के बजाय पीड़ित पर ही दबाव बनाकर सुलह-समझौता करा दिया है। इसी तरह सप्ताहभर पहले गांव के एक वाहन चालक की तीन भैंस उचक्के खोलकर हांक ले गए थे। गांव के मोहम्मद याकूब, मोहम्मद रफीक, मोहम्मद सिद्दीक आदि का कहना है कि लगातार गांव में मवेशियों की चोरी हो रही है। शिकायत करने के बाद भी पुलिस चोरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। गांववालों का कहना है कि गांव में पशु तस्करी का धंधा जोरों से चल रहा है। पशु तस्करी से जुड़े लोग ही जानवरों की चोरी कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती है, तो उन्हें ही अगला कदम उठाना होगा। मामले में क्षेत्राधिकारी धनंजय कुशवाहा का कहना है कि ऐसी कोई घटना उनके संज्ञान में नहीं है। यदि शिकायत पर पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है, तो इसकी जांच कराई जाएगी।
मंझनपुर। एक गांव से बैल चोरी की नामजद शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि पशु तस्कर लोगों के जानवर चोरी से खोलकर बेच डालते हैं। इसकी नामजद शिकायत करने पर चौकी पुलिस कार्रवाई करने के बजाय सुलह कराने में लगी है। इससे गुस्साए ग्रामीणों का कहना है कि यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती है, तो उन्हें ही कोई कदम उठाना होगा। सीओ का कहना है मामले की जांच कराकर कार्रवाई होगी।
बताया जाता है कि सैनी कोतवाली क्षेत्र के दौलतपुर गांव निवासी बेचू लाल किसान है। बुधवार रात घर के सामने पशुशाला से उसके एक जोड़ी बैल चोरी हो गए। बेचू लाल का कहना है कि बैलों की चोरी गांव के ही एक ने की है। भुक्तभोगी ने घटना की तहरीर अलीपुर चौकी पुलिस को दी। आरोप है कि तहरीर लेने के बाद भी पुलिस ने केस दर्ज करने के बजाय पीड़ित पर ही दबाव बनाकर सुलह-समझौता करा दिया है। इसी तरह सप्ताहभर पहले गांव के एक वाहन चालक की तीन भैंस उचक्के खोलकर हांक ले गए थे। गांव के मोहम्मद याकूब, मोहम्मद रफीक, मोहम्मद सिद्दीक आदि का कहना है कि लगातार गांव में मवेशियों की चोरी हो रही है। शिकायत करने के बाद भी पुलिस चोरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। गांववालों का कहना है कि गांव में पशु तस्करी का धंधा जोरों से चल रहा है। पशु तस्करी से जुड़े लोग ही जानवरों की चोरी कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती है, तो उन्हें ही अगला कदम उठाना होगा। मामले में क्षेत्राधिकारी धनंजय कुशवाहा का कहना है कि ऐसी कोई घटना उनके संज्ञान में नहीं है। यदि शिकायत पर पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है, तो इसकी जांच कराई जाएगी।