मंझनपुर/सरायअकिल। जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर शुरू हुई सपा-बसपा की तनातनी ने मंगलवार को नया मोड़ ले लिया है। जिला पंचायत सदस्य के ससुर का अपहरण हो गया है। अगवा करने का आरोप सत्ता पक्ष से जुड़े एक नेता पर लगाया गया है। छोड़ने के लिए 10 लाख रुपये फिरौती की मांग की जा रही है। सरायअकिल थानाध्यक्ष ने घटना की जानकारी से इंकार किया है। जिपं अध्यक्ष राजेश कुशवाहा का कहना है कि सदस्य के देवर ने उन्हें और पूर्वमंत्री इंद्रजीत सरोज को फोन करके घटना से अवगत कराया है। वे बाहर हैं। बुधवार को पीड़ित परिवार की मदद कराई जाएगी।
बताया जाता है कि मंगलवार को नगर कोतवाली क्षेत्र के मडूकी गांव की गीता देवी ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर दर्ज कराई गई रिपोर्ट को अफवाह बताते हुए पुलिस को हलफनामा दिया है। वहीं चर्चा है कि उनके ससुर को सोमवार रात सत्तापक्ष से जुड़े कुछ लोग जबरदस्ती उठा ले गए। जिपं सदस्य के ससुर को ले जाने वालों ने उनके बेटे को फोन करके 10 लाख की मांग की है। बताया जाता है कि सीओ चायल, सरायअकिल थाने की फोर्स के साथ हकीकत खंगालने गांव भी गए थे। सीओ और एसओ सरायअकिल ने घटना की जानकारी से इंकार किया।
वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष के भाई और उनके एक समर्थक के खिलाफ सरायअकिल पुलिस ने फायरिंग करते दहशत फैलाने की रिपोर्ट दर्ज की है। बता दें कि अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव धड़ाम होने के बाद उनके समर्थकों ने आवास के सामने पटाखे फोड़े थे। चर्चा थी कि इस दौरान फायरिंग भी की गई। आतिशबाजी के दौरान सपा-बसपा समर्थक आमने सामने हो गए थे। इसी मामले में यह रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
मंझनपुर/सरायअकिल। जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर शुरू हुई सपा-बसपा की तनातनी ने मंगलवार को नया मोड़ ले लिया है। जिला पंचायत सदस्य के ससुर का अपहरण हो गया है। अगवा करने का आरोप सत्ता पक्ष से जुड़े एक नेता पर लगाया गया है। छोड़ने के लिए 10 लाख रुपये फिरौती की मांग की जा रही है। सरायअकिल थानाध्यक्ष ने घटना की जानकारी से इंकार किया है। जिपं अध्यक्ष राजेश कुशवाहा का कहना है कि सदस्य के देवर ने उन्हें और पूर्वमंत्री इंद्रजीत सरोज को फोन करके घटना से अवगत कराया है। वे बाहर हैं। बुधवार को पीड़ित परिवार की मदद कराई जाएगी।
बताया जाता है कि मंगलवार को नगर कोतवाली क्षेत्र के मडूकी गांव की गीता देवी ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर दर्ज कराई गई रिपोर्ट को अफवाह बताते हुए पुलिस को हलफनामा दिया है। वहीं चर्चा है कि उनके ससुर को सोमवार रात सत्तापक्ष से जुड़े कुछ लोग जबरदस्ती उठा ले गए। जिपं सदस्य के ससुर को ले जाने वालों ने उनके बेटे को फोन करके 10 लाख की मांग की है। बताया जाता है कि सीओ चायल, सरायअकिल थाने की फोर्स के साथ हकीकत खंगालने गांव भी गए थे। सीओ और एसओ सरायअकिल ने घटना की जानकारी से इंकार किया।
वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष के भाई और उनके एक समर्थक के खिलाफ सरायअकिल पुलिस ने फायरिंग करते दहशत फैलाने की रिपोर्ट दर्ज की है। बता दें कि अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव धड़ाम होने के बाद उनके समर्थकों ने आवास के सामने पटाखे फोड़े थे। चर्चा थी कि इस दौरान फायरिंग भी की गई। आतिशबाजी के दौरान सपा-बसपा समर्थक आमने सामने हो गए थे। इसी मामले में यह रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।