विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई के तीनों फरार गैंगस्टर भाइयों ने वकीलों की ड्रेस में शुक्रवार को गैंगस्टर कोर्ट में समर्पण कर दिया। कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। तीनों पर 25 हजार का इनाम है।
तीनों भाई कोर्ट में सरेंडर करने के लिए पहले से ही वकीलों के संपर्क में थे। दोपहर लगभग एक बजे अधिवक्ता देवेंद्र द्विवेदी ने गैंगस्टर कोर्ट में जय के तीनों भाई रजयकांत बाजपेई, अजयकांत व शोभित के आत्मसमर्पण की अर्जी दी। तीनों की कोविड निगेटिव की रिपोर्ट भी दाखिल की गई।
विशेष लोक अभियोजक घनश्याम श्रीवास्तव ने आरोपियों के प्रार्थनापत्र पर गैंगस्टर होने की रिपोर्ट लगाई। इसके बाद कोर्ट ने सरेंडर लेकर तीनों को जेल भेजने के आदेश दिए। समर्पण की सूचना पर फोर्स पहुंची और तीनों को जेल ले गई। मंगलवार को पुलिस ने तीनों भाइयों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई शुरू की थी। तीनों के घर के बाहर मुनादी के साथ ही कुर्की नोटिस चस्पा किया गया था। इसी के दबाव में सरेंडर किया गया।
मुंह खोला तो कई नामी हस्तियां फंसेंगी
समर्पण के बाद कोर्ट से बाहर निकलते हुए छोटे भाई शोभित ने मीडिया से कहा कि हम लोगों को फंसाया गया है, हम बेकसूर हैं, राजनीति का शिकार हो रहे हैं। मुंह खोला तो कई नामी हस्तियां फंसेंगी। अजय ने मामले की न्यायिक जांच की मांग भी की।
शोभित ने कहा कि हम भाइयों के पास चार मकान हैं जो पैतृक संपत्ति व मेहनत से कमाए धन से बनाए हैं। लाखों के मकान को करोड़ों की संपत्ति बताकर गुमराह किया जा रहा है। विकास दुबे से हम भाइयों का कोई संबंध नहीं है। चौबेपुर में ही हमारा भी गांव है। बस इसी नाते हमारे नाम विकास दुबे से जोड़े जा रहे हैं।