न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Updated Tue, 24 Nov 2020 08:44 AM IST
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कानपुर में कुलीबाजार लोहा मंडी में सोमवार रात एक तीन मंजिला इमारत का एक हिस्सा ढह गया। हादसे में घायल एक बुजुर्ग को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मलबे में दर्जनों लोगों के दबे होने की आशंका है।
पुलिस प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। देर रात लखनऊ से एसडीआरएफ की टीम ने घटना स्थल पहुंच राहत व बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। मलबे में कितने लोग दबे हैं, इसका अंदाजा अभी नहीं है।
अवैध निर्माण की वजह से हुए हादसे को लेकर आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। अफसर उनको समझाने में जुटे रहे। लोहा मंडी में अमित जैन की कई पुरानी बिल्डिंग हैं। इसमें एक जैन बिल्डिंग भी शामिल हैं।
जिसमें सौ से अधिक लोग सौ साल से अधिक समय से रह रहे हैं। सोमवार शाम करीब चार बजे बिल्डिंग का थोड़ा सा छज्जा गिर गया। लोग सतर्क हुए लेकिन उसको नजरअंदाज कर दिया। रात करीब नौ बजे बिल्डिंग के पीछे का हिस्सा भरभराकर बैठ गया।
सूचना पर पुलिस प्रशासन के अधिकारी, कर्मचारी पहुंचे। करीब एक घंटे बाद मलबे में दबे राकेश चौबे को निकाल सके। उसको गंभीर हालत में हैलट में भर्ती कराया गया। इलाकाई लोगों ने आशंका जताई कि दर्जनों लोग बिल्डिंग में दबे हो सकते हैं।
ऐसे में राहत बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ की टीम को बुलाया। इधर लोगों ने आरोप लगाया कि बिल्डिंग के बगल में अवैध तरीके से खुदाई की जा रही है। इस वजह से हादसा हुआ है। इसलिए लोगों ने गुस्से में प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
देर रात तक लोग नारेबाजी कर हंगामा करते रहे। कमिश्नर राजशेखर, डीएम आलोक तिवारी, डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह समेत कई थानों का फोर्स व डॉक्टरों की टीम पहुंची। अधिकारी लोगों को समझाने का प्रयास करते रहे लेकिन वो कुछ भी समझने को तैयार नहीं थे। पुलिस ने इलाके को चारों तरफ से घिरवा कर बैरीकेडिंग लगवा दी।
खाली कराया आसपास का इलाका
राहत-बचाव कार्य जब चल रहा था तभी रात करीब साढ़े दस बजे इमारत का एक और हिस्सा गिर गया। कर्मचारी व अधिकारी बाल-बाल बच गए। जिसके बाद पुलिस ने बिल्डिंग के आसपास के करीब बीस से पच्चीस मीटर का क्षेत्र खाली करवा दिया। किसी को भी भीतर जाने की अनुमति नहीं दी। अंधेरा होने की वजह से बचाव कार्य में काफी दिक्कतें आईं।
नेता पहुंचे, लोगों को समझाया
घटना की सूचना मिलने के बाद महापौर प्रमिला पांडेय, विधायक अमिताभ बाजपेई समेत अन्य कई नेता मौके पर पहुंचे। उनके सामने भी लोगों ने आरोप लगाया कि अवैध निर्माण कराया जा रहा था। खुदाई की वजह से बिल्डिंग कमजोर हुई और ढह गई। उन्होंने जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की। नेताओं ने भी उनको आश्वासन दिया है कि जो लोग इसके जिम्मेदार होंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
देर रात तक राहत-बचाव कार्य रहा जारी
मलबे में लोगों की दबे होने की आशंका है। इसलिए बचाव कार्य में जुटी टीमें एहतियात बरतते हुए मलबा हटा रही हैं। देर रात तक बचाव कार्य जारी रहा। रात करीब बारह बजे लखनऊ से एसडीआरएफ की टीम पहुंची। जिसके बाद कार्य तेज हुआ।
कानपुर में कुलीबाजार लोहा मंडी में सोमवार रात एक तीन मंजिला इमारत का एक हिस्सा ढह गया। हादसे में घायल एक बुजुर्ग को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मलबे में दर्जनों लोगों के दबे होने की आशंका है।
पुलिस प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। देर रात लखनऊ से एसडीआरएफ की टीम ने घटना स्थल पहुंच राहत व बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। मलबे में कितने लोग दबे हैं, इसका अंदाजा अभी नहीं है।
अवैध निर्माण की वजह से हुए हादसे को लेकर आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। अफसर उनको समझाने में जुटे रहे। लोहा मंडी में अमित जैन की कई पुरानी बिल्डिंग हैं। इसमें एक जैन बिल्डिंग भी शामिल हैं।
जिसमें सौ से अधिक लोग सौ साल से अधिक समय से रह रहे हैं। सोमवार शाम करीब चार बजे बिल्डिंग का थोड़ा सा छज्जा गिर गया। लोग सतर्क हुए लेकिन उसको नजरअंदाज कर दिया। रात करीब नौ बजे बिल्डिंग के पीछे का हिस्सा भरभराकर बैठ गया।
सूचना पर पुलिस प्रशासन के अधिकारी, कर्मचारी पहुंचे। करीब एक घंटे बाद मलबे में दबे राकेश चौबे को निकाल सके। उसको गंभीर हालत में हैलट में भर्ती कराया गया। इलाकाई लोगों ने आशंका जताई कि दर्जनों लोग बिल्डिंग में दबे हो सकते हैं।
ऐसे में राहत बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ की टीम को बुलाया। इधर लोगों ने आरोप लगाया कि बिल्डिंग के बगल में अवैध तरीके से खुदाई की जा रही है। इस वजह से हादसा हुआ है। इसलिए लोगों ने गुस्से में प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
देर रात तक लोग नारेबाजी कर हंगामा करते रहे। कमिश्नर राजशेखर, डीएम आलोक तिवारी, डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह समेत कई थानों का फोर्स व डॉक्टरों की टीम पहुंची। अधिकारी लोगों को समझाने का प्रयास करते रहे लेकिन वो कुछ भी समझने को तैयार नहीं थे। पुलिस ने इलाके को चारों तरफ से घिरवा कर बैरीकेडिंग लगवा दी।
खाली कराया आसपास का इलाका
राहत-बचाव कार्य जब चल रहा था तभी रात करीब साढ़े दस बजे इमारत का एक और हिस्सा गिर गया। कर्मचारी व अधिकारी बाल-बाल बच गए। जिसके बाद पुलिस ने बिल्डिंग के आसपास के करीब बीस से पच्चीस मीटर का क्षेत्र खाली करवा दिया। किसी को भी भीतर जाने की अनुमति नहीं दी। अंधेरा होने की वजह से बचाव कार्य में काफी दिक्कतें आईं।
नेता पहुंचे, लोगों को समझाया
घटना की सूचना मिलने के बाद महापौर प्रमिला पांडेय, विधायक अमिताभ बाजपेई समेत अन्य कई नेता मौके पर पहुंचे। उनके सामने भी लोगों ने आरोप लगाया कि अवैध निर्माण कराया जा रहा था। खुदाई की वजह से बिल्डिंग कमजोर हुई और ढह गई। उन्होंने जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की। नेताओं ने भी उनको आश्वासन दिया है कि जो लोग इसके जिम्मेदार होंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
देर रात तक राहत-बचाव कार्य रहा जारी
मलबे में लोगों की दबे होने की आशंका है। इसलिए बचाव कार्य में जुटी टीमें एहतियात बरतते हुए मलबा हटा रही हैं। देर रात तक बचाव कार्य जारी रहा। रात करीब बारह बजे लखनऊ से एसडीआरएफ की टीम पहुंची। जिसके बाद कार्य तेज हुआ।
अभी तक मलबे से एक घायल को निकाला गया है। जिसको अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राहत बचाव कार्य जारी है। कुछ लोगों के दबे होने की जानकारी आसपास के लोगों ने दी है। एसडीआरएफ की टीम भी लगी है। जो जिम्मेदार होंगे उन पर वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी।- डॉ प्रीतिंदर सिंह, डीआईजी