कानपुर देहात। माती स्थित कचहरी में सोमवार को अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। दिल्ली में अधिवक्ताओं पर पुलिस के लाठीचार्ज और कानपुर में बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों से अभद्रता करने व रिपोर्ट दर्ज करने की घटना से नाराज वकीलों ने राष्ट्रपति को संबोधित सात सूत्रीय ज्ञापन डीएम को सौंपा।
जिला बार एसोसिएशन के महामंत्री मुलायम सिंह यादव ने बताया कि दिल्ली तीस हजारी न्यायालय में अधिवक्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। अधिवक्ताओं के चेंबरों पर तोड़फोड़ की। उनकी गाड़ियां तोड़ी गईं। वहीं कानपुर के नौबस्ता थाने में बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों से अभद्रता की गई। उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रवींद्र नाथ मिश्रा ने कहा कि अधिवक्ता संरक्षण कानून लागू किए जाने की मांग की। दिल्ली में अधिवक्ताओं पर हमला करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई हो। कानपुर नगर में अधिवक्ताओं पर दर्ज मामले वापस लिए जाएं। अधिवक्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित सात सूत्रीय ज्ञापन डीएम राकेश कुमार सिंह को सौंपा। सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह चौहान ने कहा कि दिल्ली तीस हजारी कोर्ट की घटना न्याय व पुलिस प्रशासन की दृष्टि से ही नहीं, बल्कि मानवता पर भी कलंक है। पुलिस की बर्बरता पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। दिल्ली पुलिस के दोषी कर्मचारियों की सेवा समाप्त किए जाने की मांग भी अधिवक्ताओं ने की। अधिवक्ताओं की हड़ताल से कचहरी आने वाले वादकारियों को बैरंग लौटना पड़ा। इस मौके पर रमेश चंद्र सिंह गौर, अब्दुल सलाम, पंकज यादव, अजीत यादव, अशोक कुशवाहा, विश्वनाथ सिंह, अशोक श्रीवास्तव मंजुलता, महेंद्र यादव, राहुल कुमार समेत तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे।
कानपुर देहात। माती स्थित कचहरी में सोमवार को अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। दिल्ली में अधिवक्ताओं पर पुलिस के लाठीचार्ज और कानपुर में बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों से अभद्रता करने व रिपोर्ट दर्ज करने की घटना से नाराज वकीलों ने राष्ट्रपति को संबोधित सात सूत्रीय ज्ञापन डीएम को सौंपा।
जिला बार एसोसिएशन के महामंत्री मुलायम सिंह यादव ने बताया कि दिल्ली तीस हजारी न्यायालय में अधिवक्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। अधिवक्ताओं के चेंबरों पर तोड़फोड़ की। उनकी गाड़ियां तोड़ी गईं। वहीं कानपुर के नौबस्ता थाने में बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों से अभद्रता की गई। उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रवींद्र नाथ मिश्रा ने कहा कि अधिवक्ता संरक्षण कानून लागू किए जाने की मांग की। दिल्ली में अधिवक्ताओं पर हमला करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई हो। कानपुर नगर में अधिवक्ताओं पर दर्ज मामले वापस लिए जाएं। अधिवक्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित सात सूत्रीय ज्ञापन डीएम राकेश कुमार सिंह को सौंपा। सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह चौहान ने कहा कि दिल्ली तीस हजारी कोर्ट की घटना न्याय व पुलिस प्रशासन की दृष्टि से ही नहीं, बल्कि मानवता पर भी कलंक है। पुलिस की बर्बरता पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। दिल्ली पुलिस के दोषी कर्मचारियों की सेवा समाप्त किए जाने की मांग भी अधिवक्ताओं ने की। अधिवक्ताओं की हड़ताल से कचहरी आने वाले वादकारियों को बैरंग लौटना पड़ा। इस मौके पर रमेश चंद्र सिंह गौर, अब्दुल सलाम, पंकज यादव, अजीत यादव, अशोक कुशवाहा, विश्वनाथ सिंह, अशोक श्रीवास्तव मंजुलता, महेंद्र यादव, राहुल कुमार समेत तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे।