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अमर उजाला का फ्रीडम फिल्म फेस्टिवल का समापन
Kanpur
Updated Mon, 13 Aug 2012 12:00 PM IST
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कानपुर। अमर उजाला फ्रीडम फिल्म फेस्टिवल के अंतिम दिन बच्चों ने ‘हिंदुस्तानी’ फिल्म देखी। फिल्म देखने के लिए आदर्श विद्या मंदिर, स्टेपिंग स्टोन और दुर्गा प्रसाद विद्या निकेतन के स्टूडेंट गुरुदेव पहुंचे। पूरे हफ्ते चले फ्रीडम फिल्म फेस्टिवल में बच्चों का उत्साह देखने लायक था।
बच्चे फिल्म देखकर हॉल से बाहर निकले तो सबने एक स्वर में ‘अमर उजाला’ को धन्यवाद दिया। फ्रीडम फिल्म फेस्टिवल का उद्देश्य बच्चों के भीतर देशप्रेम की भावना को जगाना था, जिसमें अमर उजाला कामयाब हुआ। स्टूडेंट्स के जज्बे और जुनून को देखकर तो यही कहा जा सकता है। कमल हासन का अभिनय देखकर बच्चों ने जमकर हॉल में तालियां बजाई। एक्शन दृश्य हो या देशभक्ति का सीन...पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज रहा था। ‘चक दे इंडिया’, ‘मंगल पांडे’, ‘लक्ष्य’, ‘हिंदुस्तान की कसम’, ‘मां तुझे सलाम’, ‘गांधी माई फादर’, ‘हिंदुस्तानी’ दिखाई गई। फिल्मों को स्टूडेंट्स ने खूब इंज्वाय किया।
कानपुर। अमर उजाला फ्रीडम फिल्म फेस्टिवल के अंतिम दिन बच्चों ने ‘हिंदुस्तानी’ फिल्म देखी। फिल्म देखने के लिए आदर्श विद्या मंदिर, स्टेपिंग स्टोन और दुर्गा प्रसाद विद्या निकेतन के स्टूडेंट गुरुदेव पहुंचे। पूरे हफ्ते चले फ्रीडम फिल्म फेस्टिवल में बच्चों का उत्साह देखने लायक था।
बच्चे फिल्म देखकर हॉल से बाहर निकले तो सबने एक स्वर में ‘अमर उजाला’ को धन्यवाद दिया। फ्रीडम फिल्म फेस्टिवल का उद्देश्य बच्चों के भीतर देशप्रेम की भावना को जगाना था, जिसमें अमर उजाला कामयाब हुआ। स्टूडेंट्स के जज्बे और जुनून को देखकर तो यही कहा जा सकता है। कमल हासन का अभिनय देखकर बच्चों ने जमकर हॉल में तालियां बजाई। एक्शन दृश्य हो या देशभक्ति का सीन...पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज रहा था। ‘चक दे इंडिया’, ‘मंगल पांडे’, ‘लक्ष्य’, ‘हिंदुस्तान की कसम’, ‘मां तुझे सलाम’, ‘गांधी माई फादर’, ‘हिंदुस्तानी’ दिखाई गई। फिल्मों को स्टूडेंट्स ने खूब इंज्वाय किया।