कानपुर। पंजाब नेशनल बैंक की डिप्टी पड़ाव शाखा से एक शख्स ने फर्जी चेक के जरिए साढ़े तीन लाख रुपए निकाल लिए। दुबारा चार लाख रुपए की चेक लगाने पर बैंक अफसरों को गड़बड़ी का शक हुआ। चेक की जांच हुई तो वह फर्जी निकली। बैंक अफसरों के दबाव आरोपी ने 2 लाख 10 हजार रुपए बैंक को लौटा दिए। एक लाख 40 हजार रुपए अब तक नहीं लौटाए। शाखा प्रबंधक ने आरोपी केखिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
बैंक के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक राम शरण ने पुलिस को बताया कि दर्शनपुरवा निवासी बाल गोविंद ने 15 मई बैंक की झारखंड के धनबाद शाखा की 3 लाख 50 हजार रुपए की चेक लगाई। कर्मचारियों ने फौरी कार्यवाही के बाद चेक को पास कर दिया। दुबारा फिर बाल गोविंद ने साढ़े चार लाख रुपए एक चेक बैंक की डिप्टी पड़ाव शाखा में जमा किया। इस चेक पर कर्मचारियों को फर्जी होने का शक हुआ। बैंक ने अपने स्तर पर बैंक की धनबाद स्थित शाखा से पड़ताल की। पता चला कि यह चेक फर्जी है। पहले भी जिस चेक पर भुगतान हुआ है, वह भी फर्जी है। तब एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी देने पर बाल गोविंद ने 2 लाख 10 हजार रुपए बैंक में जमा कर दिए। 1 लाख 40 हजार रुपए अब तक बैंक के खाते में जमा नहीं किया। रायपुरवा थानाध्यक्ष ने पीएनबी की डिप्टी पड़ाव शाखा के वरिष्ठ प्रबंधक की तहरीर पर बाल गोविंद के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआइईआर दर्ज हुई है। पड़ताल केदौरान पता लगाया जाएगा कि फर्जी चेक बाल गोविंद के पास कहां से आया। उसके पीछे कौन लोग हैं और तार किन-किन लोगों से जुड़े हैं।