कानपुर। फेथफुलगंज पुलिस चौकी से चंद कदम दूर मंगलवार को एक अधेड़ की गोली और चापड़ मारकर हत्या कर दी गई। वारदात की सूचना से इलाके में हड़कंप मच गया। रेलबाजार पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन मरने वाले की शिनाख्त नहीं हो सकी। मृतक की पैंट की जेब से स्मैक की पुड़िया और कुछ फुटकर रुपये मिलने से उसके नशे का कारोबारी होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस का मानना है स्मैक बेचने की जंग में उसकी हत्या की गई है। हालांकि, इस बाबत पूछताछ करने पर इलाकाई लोगों से कोई जानकारी नहीं मिल सकी।
राजकीय आदर्श विद्यालय के सामने सार्वजनिक शौचालय के बगल में सुबह नौ बजे करीब 55 वर्षीय अज्ञात का शव पड़ा पाया गया। गर्दन पर गोली का निशान था जबकि कंधे और गर्दन के नीचे धारदार हथियार से कई वार किए गए थे। रेलबाजार एसओ अखिलेश कुमार ने बताया कि पैंट-शर्ट और चप्पल पहने अधेड़ की गदर्न से गोली आरपार हो गई है। जेब में एक प्लास्टिक का पैकेट मिला, जिसमें स्मैक की दो पुड़िया और 370 रुपये थे। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की लेकिन मरने वाले की शिनाख्त नहीं हो सकी। इलाकाई लोगों ने बताया जिस जगह वारदात हुई है, वहां स्मैक की बिक्री होती है। ड्रग माफिया बृृजेंद्र सोनकर से तनातनी के बाद उसके भाई बबलू ने इस जगह पर स्मैक बिक्री शुरू की थी। इसके बाद से यहां स्मैक के धंधे में वर्चस्व की जंग चल रही है। कई बार ड्रग तस्करों में मारपीट और फायरिंग हो चुकी है। करीब ढाई साल पहले सलीम बुग्गी की भी भरी दोपहरी गोली और बम मारकर हत्या कर दी गई थी। इलाके के लोग इसे सलीम बुग्गी की हत्या से भी जोड़ रहे हैं। एसओ ने बताया सुबह नौ बजे शव मिला लेकिन आसपास के किसी व्यक्ति ने गोली की आवाज नहीं सुनी। यह भी हो सकता है कि वारदात कहीं और की गई हो और शव यहां फेंक दिया गया हो। उन्होंने कहा मरने वाला कौन है और हत्या क्यों हुई, शिनाख्त के बाद ही पुख्ता तौर पर कुछ कहा जा सकता है। फिलहाल शिनाख्त की उम्मीद में शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया है।