कानपुर। सीएसजेएमयू प्रशासन और यूआईईटी के छात्राें के बीच बुधवार को टकराव और बढ़ गया। आंतरिक फैकल्टी से परीक्षा कराने पर अड़े यूआईईटी के छात्र-छात्राओं ने जहां कुलपति से मिलकर बीटेक आठवें सेमेस्टर की परीक्षा के बहिष्कार का एलान कर दिया, वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने गुरुवार सुबह 11 से 2 बजे तक आईबीएम की ओल्ड बिल्डिंग में परीक्षा कराने का कार्यक्रम जारी कर दिया। साथ ही परीक्षा कराने के लिए गुरुवार को विश्वविद्यालय भी बंद कर दिया गया है। कुल सचिव सय्यद वकार हुसैन ने कहा है कि परीक्षा विभाग के सभी कर्मचारियों को आना होगा। उधर, छात्रों ने कुलपति से मिलकर साफ कर दिया कि आधी-अधूरी तैयारी और दबाव के बीच वे परीक्षा नहीं देंगे। छात्रों ने कुलपति दफ्तर के बाहर हंगामा भी किया।
दूसरी ओर, छठे वेतनमान को लेकर आंदोलित शिक्षक अब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास पहुंच गए हैं। बुधवार को 80 शिक्षकों का प्रतिनिधि मंडल लखनऊ गया। यहां देर रात सीएम आवास पर उनसे मिलने का कार्यक्रम मिला। शिक्षकों का कहना है कि वेतनमान की समस्या से मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा। साथ ही कम वेतन पर काम कराने और प्रताड़ित करने वाले विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अफसरों की शिकायत होगी। बताया जाएगा कि सेल्फ फाइनेंस कोर्स से ही सबसे ज्यादा आय होती है। फिर भी शिक्षकों को कम वेतन मिलता है। वहीं, सेल्फ फाइनेंस और अनुदानित पाठ्यक्रम के कई शिक्षक ऐसे हैं, जिन्हें निर्धारित से ज्यादा वेतनमान मिल रहा है। गलत तरीके से पे-प्रोटक्शन दिया गया है। विवि के कुलपति प्रो. अशोक कुमार ने बताया कि गुरुवार को आठवें सेमेस्टर की परीक्षा होगी। जो छात्र नहीं आएंगे, उन्हें अनुपस्थित नहीं माना जाएगा और बाद में उनकी परीक्षा करा दी जाएगी। बीटेक आठवें सेमेस्टर के कई छात्र-छात्राएं ऐसी हैं, जिन्हें नौकरी मिली है। समय से परीक्षा कराकर परिणाम देना जरूरी है। पहले छात्रों ने परीक्षा देने पर सहमति जताई थी, अब विरोध कर रहे हैं।