कानपुर। ‘वॉक कीजिए-हार्ट बचाइये’, ‘बीमार पड़ना महंगा है-स्वस्थ रहना आसान्र’, ‘भूख से एक रोटी कम खाओ-हेल्थ बनाओ’ आदि नारे लिखी तख्तियां लेकर डाक्टरों ने रविवार सुबह स्वास्थ्य जागरुकता रैली निकाली। रैली के दौरान डाक्टरों ने शहरियों को परचे बांटे। इसमें स्वस्थ रहने के तरीके खोजने की नसीहत की गई थी। डाक्टरों ने बताया कि लोग खानपान, दिनचर्या दुरुस्त रखें। नियमित व्यायाम करें और जांचें कराते रहें तो अस्पताल में भरती होने की नौबत ही नहीं आएगी। लोग गुटखा, सिगरेट से परहेज करें। इसके साथ ही लोग घर के बजट में एक मद इलाज का भी रखेगे।
आईएमए शताब्दी महोत्सव के तहत आयोजित कार्यक्रमों की श्रंखला की शुरुआत जागरुकता रैली से हुई थी। रविवार को शहर के 12 मोहल्लों से निकलीं ये रैलियां एवं वॉक विभिन्न रूटों से होते हुए फूलबाग मैदान पहुंचीं। वहां कैबिनेट मंत्री शिवकुमार बेरिया ने आईएमए को सामाजिक कार्यों के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। रैली को विधायक सलिल विश्नोई ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। विधायक ने एसोसिएशन के नए भवन निर्माण के लिए 10 लाख रुपए देने की बात कही।
केडीए गेट मोतीझील, संजय वन किदवई नगर, रतनलाल नगर, बर्रा-2, स्वरूप नगर, गोविंद नगर, लालबंगला, पनकी, सीएसए, कल्याणपुर, चमनगंज, कैंट और काकादेव में भी रैली निकाली गयीं। इस दौरान डाक्टरों ने बैनर और पोस्टर लेकर लोगों को साफ-सफाई और बीमारियों से बचने के उपाय बताकर जागरूक किया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री शिव कुमार बेरिया ने कहा कि जब लोग स्वस्थ रहेंगे तभी स्वस्थ विचार आयेंगे और समाज व देश का विकास होगा।
आईएमए अध्यक्ष डॉ एस.के. मिश्रा ने कहा कि 24 से 27 मई तक मोतीझील लॉन में विशाल स्वास्थ्य मेला लगाया जायेगा। जिसमें लोगों का निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर जांचें भी करायी जायेंगी। इस मौके पर डॉ वीसी रस्तोगी, डा.आरएन चौरसिया, डा ए एस प्रसाद, डा अवध दुबे, डा.एसके कटियार, डा अलका शर्मा, डा. प्रवीण कटियार, डा. अनुराग महरोत्रा, डॉ बृजेंद्र शुक्ला, डॉ राम सिंह वर्मा, डॉ एससी सक्सेना, डॉ जेएस रावत आदि मौजू थे।
डायबिटीज के इलाज के लिए कर रहे अपडेट
कानपुर। डायबिटीज के इलाज के संबंध में डाक्टरों को अपडेट करने के लिए डायबटीज मैनेजमेंट सार्टिफिकेट कोर्स (सीसीईबीडीएम) शुरू किया गया है। ट्रेनिंग हर महीने के एक रविवार को एक साल तक जाएगी। प्रोगाम डायरेक्टर डा.अभय सर्राफ और प्रोगाम मैनेजर डा.संदीप भल्ला ने पत्रकारों से बताया कि वैसे तो यह प्रोग्राम पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन आफ इंडिया (पीएचएफआई) और डा.बृज डायबटिक एजूकेशन चेन्नई के सहयोग से 2010 से चल रहा है। पहले चरण में 18 राज्यों के 57 शहरों में इसे शुरू किया गया था। यूपी में कानपुर, लखनऊ, आगरा, नोएडा, गाजियाबाद समेत 15 शहरों में ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग लेने वालों में 33 प्रतिशत सरकारी डाक्टर शामिल हैं। कोर्स की रीजनल फैकल्टी डा.नंदनी रस्तोगी ने बताया कि यहां 20 डाक्टरों को ट्रेनिगं दी जा रही है। इसकी मदद से एमबीबीएस डाक्टर मधुमेह का बेहतर इलाज कर सकेंगे। यूपी डायबिटिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डा.बृजमोहन ने बताया कि देश में 5.10 करोड़ लोग डायबटिक हैं।
दांपत्य मजबूत करने के टिप्स दिए
कानपुर। आईएमए के शताब्दी समारोह के तहत रविवार को ‘मैरिज-ब्रिंग बैक द स्पार्किल’ विषय पर गोष्ठी हुई। इसमें मुंबई से आए सेक्स एजूकेशनिस्ट डा. कुशल मित्तल ने चिकित्सकों दाम्पत्य बंधन और अधिक प्रगाढ़ बनाने के संबंध में टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि यौन संबंधों के साथ लोग एक-दूसरे की भावनाओं को भी समझें। इससे भावनाओं में प्रगाढ़ता आती है, जिससे दांपत्य जीवन सुखी रहता है। यौन मनुष्य नहीं सारे जीव-जंतुओं के जीवन का आधार है। इस संबंध में उन्होंने कई उदाहरण भी दिए। मैनावती मार्ग स्थित एक फार्म हाउस में हुई इस गोष्ठी में एसोसिएशन आफ सर्जन आफ इंडिया के अध्यक्ष प्रोफेसर रमाकांत मुख्य अतिथि थे।