कानपुर। मौरंग की किल्लत अगले चार-पांच दिन बाद कम हो सकती है। वाणिज्य बंधु बैठक में डीएम ने शासन स्तर पर खदान को हरी झंडी मिलने की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि पुराने पंजीकृत ठेकेदार फिर से काम शुरू कर सकेेंगे। साथ ही नए ठेकेदारों का पंजीकरण ई फाइलिंग से होगा। बैठक में बिजली और सड़क की समस्या का मुद्दा भी जोर-शोर से उठा। केडीए के जिम्मेदार अधिकारी के बैठक में नहीं आने पर डीएम ने एई को बैठक से बाहर निकाल दिया। पुलिस की मासिक बैठक के लिए डीआईजी से फोन पर बात की।
जर्जर सड़क और खुदाई का मुद्दा उठने पर डीएम ने नगर निगम और जल निगम के अधिकारियों से दो टूक कहा हर हाल में बारिश से पहले सड़कों का निर्माण हो जाए। शाम की बिजली कटौती की समस्या सभी व्यापार मंडल प्रतिनिधियों ने उठाई। ज्ञानेश मिश्रा, विनय द्विवेदी ने कहा कि आश्वासन लेते-लेते आजिज आ गए हैं। व्यापारियों के पावर कारपोरेशन को पत्र लिखने के अनुरोध को डीएम ने स्वीकार लिया। मुख्य अभियंता केस्को को बिजली चोरी रोकने, दोषियों को जेल भेजने के निर्देश दिए। डीएम ने मौरंग की किल्लत की समस्या चार-पांच दिन में दूर होने की बात कही। मौरंग व्यापारी दीप अवस्थी आदि ने सजेती थाना पुलिस पर उगाही का आरोप लगाया। बैठक में पुलिस का प्रतिनिधि नहीं होने पर डीएम ने डीआईजी से फोन पर बात की। डीआईजी ने कहा कि वह कैंप ऑफिस में बैठे हैं। व्यापारी डीआईजी से मिलने पहुंचे और मासिक पुलिस बैठक की मांग की। डीआईजी ने दोनों मसलों पर सकारात्मक रुख दिखाया। बैठक में व्यापारी अतुल द्विवेदी, विजय पांडे, मणिकांत जैन, स्वप्निल शुक्ला, किशोर महेश्वरी, उमंग अग्रवाल, संजय टंडन, पुष्पेंद्र जायसवाल आदि मौजूद थे।
उठे मुद्दे, डीएम का नजरिया
- विजय पांडे ने कहा फूड लाइसेंस बनवाने के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न हो रहा है। डीएम ने एडीएम सिटी अनूप श्रीवास्तव से कहा उत्पीड़न न होने पाए।
- वाणिज्य कर विभाग की ओर से व्यापारियों के लिए बीमा पॉलिसी का प्रचार प्रसार हो। उत्पीड़न पर सचल दल अंकुश लगाएं। डीएम ने कहा व्यापारी अधिक से अधिक टैक्स दें। विभाग का सहयोग करें।
- अग्निशमन विभाग की ओर से जागरूकता के लिए कार्यशाला हो। डीएम ने अधिकारियों को मर्चेंट चैंबर्स में 30 मई को कार्यशाला कराने के निर्देश दिए।
- किदवई नगर चौराहे के पास खुदाई, खस्ताहाल सड़क और इससे लगने वाले जाम पर चिंता जताई। डीएम ने केडीए अधिकारियों को चौराहे की आईलेट काट कर उसे चौड़ा करने, निर्देशों का अनुपालन नहीं करने, बिना सूचना के अधिशासी अभियंता के मौजूद नहीं होने पर स्पष्टीकरण मांगा।