कानपुर। सीएसजेएम विश्वविद्यालय प्रशासन और छठे वेतनमान की मांग को लेकर आंदोलित 135 शिक्षकों में अब आर पार की लड़ाई शुरू हो गई है। शनिवार को जहां विवि. प्रशासन से नाराज होकर यूआईईटी की निदेशक डा. अर्पिता यादव ने निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं शिक्षकों को दबाने के लिए विवि. प्रशासन ने छात्रों को बरगलाने की जुगत भी शुरू कर दी है। शिक्षक और छात्र विवि. प्रशासन पर छात्रों को मोहरा बनाने का आरोप लगा रहे हैं। मामले को लेकर शनिवार को एक ओर कई छात्र छात्राओं ने बाहरी परीक्षकों से परीक्षा कराने की तैयारी का विरोध करते हुए कुलपति का घेराव किया। धूप में कई छात्र बेहाल हुए। वहीं दूसरी ओर कई छात्रों ने चोरी छिपे शिक्षकों को बताया है कि विवि. की ओर से कमजोर छात्रों को परीक्षा में अच्छे नंबर देने और बाहरी शिक्षकों से परीक्षा कराने के लिए प्रलोभन और तमाम घुड़कियां दी जा रही है। छात्रों ने यह आरोप भी लगाये हैं कि विवि. प्रशासन के निर्देश पर कई अधिकारी छात्रों से शिक्षकों के खिलाफ पत्र लिखवा रहे हैं। उधर 26 मई से दोबारा प्रस्तावित परीक्षाओं को लेकर यह चर्चा चल रही है कि परीक्षा के प्रश्न पत्र इटावा के एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग कालेज के शिक्षकों से तैयार कराये जा रहे हैं। वहीं शनिवार को शिक्षकों की बैठक में यह तय किया गया है कि सोमवार से शिक्षिकाएं अनशन पर बैठेंगी।