कानपुर। आरएसपुरम काकादेव में प्राइवेट हास्टल में रहकर बैंकिंग परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र अमित गुप्ता का शव कमरे में फंदे से लटकता मिला। काकादेव पुलिस ने उसके कमरे की तलाशी ली, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। परिवार वाले भी खुदकुशी की वजह नहीं बता सके। पुलिस ने उसके दोनों मोबाइल फोन कब्जे में लेकर पड़ताल शुरू कर दी है। भाई का कहना है कि अमित एक बार यूपीटीयू की परीक्षा पास कर चुका था लेकिन बीटेक में एडमिशन नहीं लिया था। अब वह बीएड करने की बात भी कह रहा था। इससे लग रहा है कि कॅरियर को लेकर अमित असमंजस में था। इसी तनाव में उसने यह कदम उठाया।
उरई के कोरी क्वार्टर तुलसी नगर स्टेशन रोड निवासी लेखपाल गणेश शंकर गुप्ता का बेटा अमित (27) आरएसपुरम में ओमकार नाथ शुक्ला के हास्टल की दूसरी मंजिल में बने कमरे में किराए पर रहता था। पिता गणेश ने बताया कि दो साल पहले अमित बैंकिंग प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग पढ़ने काकादेव आया था। उसने कई बार बैंक की परीक्षा दी, लेकिन चयन नहीं हुआ। 18 अप्रैल को फिर कोचिंग पढ़ने के लिए कानपुर आया था। हास्टल में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 13 छात्र रहते हैं। हास्टल मालिक ओमकार ने बताया कि अमित के साथ एक छात्र रूम पार्टनर था। एक सप्ताह पहले पैर में फ्रैक्चर होने की वजह से वह अपने घर चला गया है। तब से अमित कमरे में अकेले रहता था। 17 मई की शाम हास्टल के छात्रों ने उसे आखिरी बार देखा था। शुक्रवार रात बिजली जाने पर छात्र अरविंद यादव हास्टल की छत पर गया। तभी उसे अमित के कमरे से दुर्गंध आई। रात करीब 10 बजे उसने इसकी जानकारी उन्हें दी। उन्होंने कमरे की टूटी खिड़की से झांक कर अंदर देखा, तो अमित नायलोन की रस्सी से पंखे में लटकता नजर आया। उन्होंने काकादेव पुलिस को सूचना दी। सुबह छह बजे अमित की बहन प्रीति को सूचना दी गई। 11 बजे पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से नीचे उतारा। थानाध्यक्ष ने बताया कि कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इस वजह से खुदकुशी की वजह पता नहीं लगी है। परिवार वाले भी कुछ नहीं बता सके।