कानपुर। जलकल विभाग ने शहर में बीते दो साल में जल निगम द्वारा लगवाए गए 1594 नए और रिबोर हैंडपंपों की जांच शुरू कर दी है। इसके लिए प्रत्येक एक्सईएन को पांच-पांच हैंडपंप दिए गए हैं। दो हैंडपंपों की जांच उन्हें खुलवाकर करनी होगी। यह वह हैंडपंप हैं जिन्हें लगाने के बाद जल निगम ने अब तक जलकल विभाग को हैंडओवर नहीं किया है।
शहर में हैंडपंप कहां लगाए गए इसका पता पार्षदों को भी नहीं है। उन्होंने महापौर से लेकर नगर आयुक्त से इसकी शिकायत की है। उधर, जलकल विभाग ने भी हैंडपंपों की जानकारी देने से हाथ खड़े कर दिए हैं। महाप्रबंधक रतनलाल का कहना है कि हैंडपंप विभाग को हैंडओवर नहीं किए गए हैं इसलिए इनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। इधर गर्मी में पानी का संकट बढ़ा तो नगर आयुक्त ने हैंडपंपों को सूचीबद्ध करने का आदेश दिया। इसमें कितने खराब हैं और कितने चल रहे हैं? इनका ब्योरा जुटाकर हैंडपंपों की नंबरिंग की जा रही है। इसी क्रम में जलकल विभाग ने जल निगम द्वारा लगाए गए 1594 हैंडपंप के सत्यापन का काम शुरू कर दिया है। महाप्रबंधक रतनलाल ने बताया जल निगम ने कहां-कहां हैंडपंप लगाए हैं, इसकी सूची लेकर प्रत्येक एक्सईएन को पांच-पांच हैंडपंपों के सत्यापन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि कुछ हैंडपंप ऐसे हैं जो लगाने के चंद महीने बाद ही बंद हो गए। जांच में असलियत सामने आ जाएगी।
इनसेट
सत्यापन में सहयोग नहीं कर रहे जल निगम के अफसर
जल निगम की तरफ से विशेष कार्याधिकारी तकनीकी राम सिंह और जेई फरीद आलम को हैंडपंप के सत्यापन के लिए जलकल की टीम के साथ लगाया गया था। इन्हें 14 मई तक जलकल के अफसरों से संपर्क करने के निर्देश दिए गए थे लेकिन दोनों कर्मचारी नहीं पहुंचे। महाप्रबंधक रतनलाल ने बताया जल निगम को रिमाइंडर भेजा गया है।
हैंडपंप तलाशने में आ रहा पसीना
जल निगम ने जो सूची भेजी है, उसके मुताबिक हैंडपंप तलाशने में एक्सईएन को पसीना आ रहा हैं। महाप्रबंधक रतनलाल ने बताया जल निगम की सूची में मकान संख्या के मुताबिक हैंडपंप की जानकारी दी गई है। जलकल ने सूची संशोधित करके भेजने को कहा है। इसमें जोन नंबर, वार्ड संख्या, हैंडपंप लगाने का स्थान मांगा गया है।