कानपुर। पंजाब नेशनल बैंक की डिप्टी पड़ाव शाखा में दर्शनपुरवा की एक फर्म के संचालक ने अपने खाते में धनबाद की एक फर्म की क्लोन चेक कैश करा ली। चेक कैश होते ही खाते से मोटी रकम भी निकाल ली। बैंक को पता चला तो फर्म संचालक पर रुपया वापसी का दबाव बनाया गया। आखिरकार दो लाख रुपये वापस किए गए। बैंक इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है।
दर्शनपुरवा की फर्म साईं एग्रोटेक का करंट एकाउंट पीएनबी की डिप्टी पड़ाव शाखा में है। सोमवार को इस खाते में धनबाद की फर्म मंगलम ट्रेडर्स के खाते का चार लाख रुपये का चेक लगाया गया। पुराना खाता होने के चलते बैंक अफसरों को चेक के फर्जी होने का शक नहीं हुआ। दोनों फर्मों का खाता पीएनबी का होने के चलते मिनटों में चेक कैश हो गया। खाते में पैसा आते ही साईं एग्रोटेक के प्रोपराइटर बाल गोविंद मिश्रा ने साढ़े तीन लाख रुपए तत्काल निकाल भी लिए। इधर जब धनबाद की फर्म को खाते से पैसे निकलने की सूचना मिली तो उन्होंने बैंक से संपर्क किया। फर्जी चेक कैश होने की खबर से बैंक के सर्किल ऑफिस में हड़कंप मच गया। बैंक अफसरों ने तत्काल बाल गोविंद मिश्रा से इस बारे में बात की और पैसा वापस जमा कराने को कहा। शाखा प्रबंधक आरएस गौतम ने बताया कि फिलहाल दो लाख रुपये जमा कराए गए हैं। बाकी पैसा साईं एग्रोटेक वालों ने जल्द ही जमा कराने को कहा है। पीएनबी के डीजीएम पीआर राठी ने कहा कि बैंक ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। इस संबंध में सिक्योरिटी मैनेजर को एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही उन कर्मचारियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने इस चेक को बिना जांच-पड़ताल के पास कर दिया।
कानपुर। पंजाब नेशनल बैंक की डिप्टी पड़ाव शाखा में दर्शनपुरवा की एक फर्म के संचालक ने अपने खाते में धनबाद की एक फर्म की क्लोन चेक कैश करा ली। चेक कैश होते ही खाते से मोटी रकम भी निकाल ली। बैंक को पता चला तो फर्म संचालक पर रुपया वापसी का दबाव बनाया गया। आखिरकार दो लाख रुपये वापस किए गए। बैंक इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है।
दर्शनपुरवा की फर्म साईं एग्रोटेक का करंट एकाउंट पीएनबी की डिप्टी पड़ाव शाखा में है। सोमवार को इस खाते में धनबाद की फर्म मंगलम ट्रेडर्स के खाते का चार लाख रुपये का चेक लगाया गया। पुराना खाता होने के चलते बैंक अफसरों को चेक के फर्जी होने का शक नहीं हुआ। दोनों फर्मों का खाता पीएनबी का होने के चलते मिनटों में चेक कैश हो गया। खाते में पैसा आते ही साईं एग्रोटेक के प्रोपराइटर बाल गोविंद मिश्रा ने साढ़े तीन लाख रुपए तत्काल निकाल भी लिए। इधर जब धनबाद की फर्म को खाते से पैसे निकलने की सूचना मिली तो उन्होंने बैंक से संपर्क किया। फर्जी चेक कैश होने की खबर से बैंक के सर्किल ऑफिस में हड़कंप मच गया। बैंक अफसरों ने तत्काल बाल गोविंद मिश्रा से इस बारे में बात की और पैसा वापस जमा कराने को कहा। शाखा प्रबंधक आरएस गौतम ने बताया कि फिलहाल दो लाख रुपये जमा कराए गए हैं। बाकी पैसा साईं एग्रोटेक वालों ने जल्द ही जमा कराने को कहा है। पीएनबी के डीजीएम पीआर राठी ने कहा कि बैंक ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। इस संबंध में सिक्योरिटी मैनेजर को एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही उन कर्मचारियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने इस चेक को बिना जांच-पड़ताल के पास कर दिया।