कानपुर। वरिष्ठ भाजपा नेता कलराज मिश्र का कहना है कि अगर नेतृत्व कहेगा तो वे कानपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। उनकी दिलचस्पी कानपुर में है। उन्होंने यहां मंडल स्तर, गांव स्तर पर काम किया है। महाकुंभ की तैयारियां नाकाफी बताते हुए उन्होंने कहा कि पैसा तो बहुत खर्च किया गया, लेकिन व्यवस्था न के बराबर है। उनका यह भी कहना है कि कल्याण सिंह को लेना भाजपा की मजबूरी नहीं है। कल्याण सिंह ने स्वयं इच्छा व्यक्त की थी भाजपा में आने की। उनके आने से कि सी का कद घटेगा-बढ़ेगा नहीं।
रविवार को रसूलाबाद से लखनऊ लौटते वक्त सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में मिश्र ने केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को घेरा और कहा कि उनका बयान देशद्रोहतापूर्ण है। उन्होेंने आरोप लगाया कि एक संपद्राय विशेष का ध्यान आकृष्ट करने के लिए कांग्रेस ने रणनीति के तहत यह बयान शिंदे से दिलवाया था। हिंदुत्व और भगवा पर हमले से आतंकी संगठनों का मनोबल बढ़ा है। उन्होंने बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव भाजपा सुशासन और विकास के मुद्दे पर लड़ेगी। मिश्र ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकारें पृथकतावाद और अलगाववाद की नीतियां अपना रही हैं। भाजपा मुस्लिम विरोधी कदापि नहीं है, अलगाववाद की विरोधी जरूर है। कांग्रेस के चिंतन शिविर में तुष्टिकरण की पराकाष्ठा थी। अगर कोई सोचता है कि इससे एक संप्रदाय विशेष के लोग खुश हो जाएंगे तो यह अनर्गल प्रलाप है। इस मौके पर क्षेत्रीय संगठन मंत्री जितेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी, विधायक सलिल विश्नोई, सुनील बजाज, भूपेंद्र त्रिपाठी, दीपक सिंह आदि मौजूद रहे।