छिबरामऊ(कन्नौज)। विशुनगढ़ थाना इलाके के बखरिया गांव में गुरुवार को एयरफोर्स सैनिक का शव आते ही परिवार के लोग बिलख पड़े। गांव में शोक का माहौल हो गया। नम आंखों से गांव के लाल को अंतिम विदाई दी गई। सैनिक की सेवा के दौरान ब्रेन हेमरेज से मौत होने की बात कही जा रही है।
बखरिया गांव में रहने वाले बदन सिंह के बेटे सुमित कुमार (21) पंजाब से बीटेक कर रहे थे। इसी दौरान एयरफोर्स में नौकरी लग गई। इससे बीटेक की पढ़ाई छोड़कर सुमित ने 26 फरवरी 2021 को कर्नाटक के वेलगांव में ट्रेनिंग शुरू कर दी। परिजनों ने बताया कि मंगलवार को सुमित की तबीयत खराब होने की जानकारी सेना के अधिकारियों ने दी। इससे वह लोग वेलगांव के लिए निकल गए। वहां पहुंचने से पहले सुमित की मौत की खबर आ गई। मौत का कारण ब्रेन हेमरेज बताया गया। परिजन सुमित का शव लेकर गुरुवार सुबह दस बजे पहुंचे। इस दौरान गांव में शोक का माहौल हो गया। सूचना पर विशुनगढ़ के एसआई चंदन सरोज, शिवारमन यादव और दिलीप कुमार मौके पर पहुंचे। सैनिक के शव को तिरंगा ओढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। गांव में अंतिम संस्कार किया गया।
बेटे का कॅरियर बनाने में खर्च की जीवन भर की कमाई
सुमित कुमार के पिता बदन सिंह पीएसी 15 बटालियन में आगरा में सूबेदार हैं। उन्होंने बेटे का कॅरियर बनाने में जीवन भर की कमाई खर्च कर दी। सुमित को बीटेक कराना चाहा। एयरफोर्स में नौकरी लगते ही बेटे की इच्छा का सम्मान कर ट्रेनिंग पर भेज दिया। गुरुवार को वह बेटे का शव निहार बार-बार बिलख पड़ते थे।
छिबरामऊ(कन्नौज)। विशुनगढ़ थाना इलाके के बखरिया गांव में गुरुवार को एयरफोर्स सैनिक का शव आते ही परिवार के लोग बिलख पड़े। गांव में शोक का माहौल हो गया। नम आंखों से गांव के लाल को अंतिम विदाई दी गई। सैनिक की सेवा के दौरान ब्रेन हेमरेज से मौत होने की बात कही जा रही है।
बखरिया गांव में रहने वाले बदन सिंह के बेटे सुमित कुमार (21) पंजाब से बीटेक कर रहे थे। इसी दौरान एयरफोर्स में नौकरी लग गई। इससे बीटेक की पढ़ाई छोड़कर सुमित ने 26 फरवरी 2021 को कर्नाटक के वेलगांव में ट्रेनिंग शुरू कर दी। परिजनों ने बताया कि मंगलवार को सुमित की तबीयत खराब होने की जानकारी सेना के अधिकारियों ने दी। इससे वह लोग वेलगांव के लिए निकल गए। वहां पहुंचने से पहले सुमित की मौत की खबर आ गई। मौत का कारण ब्रेन हेमरेज बताया गया। परिजन सुमित का शव लेकर गुरुवार सुबह दस बजे पहुंचे। इस दौरान गांव में शोक का माहौल हो गया। सूचना पर विशुनगढ़ के एसआई चंदन सरोज, शिवारमन यादव और दिलीप कुमार मौके पर पहुंचे। सैनिक के शव को तिरंगा ओढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। गांव में अंतिम संस्कार किया गया।
बेटे का कॅरियर बनाने में खर्च की जीवन भर की कमाई
सुमित कुमार के पिता बदन सिंह पीएसी 15 बटालियन में आगरा में सूबेदार हैं। उन्होंने बेटे का कॅरियर बनाने में जीवन भर की कमाई खर्च कर दी। सुमित को बीटेक कराना चाहा। एयरफोर्स में नौकरी लगते ही बेटे की इच्छा का सम्मान कर ट्रेनिंग पर भेज दिया। गुरुवार को वह बेटे का शव निहार बार-बार बिलख पड़ते थे।