कन्नौज। सर्व शिक्षा अभियान के तहत जिले में 12 करोड़ से अधिक के बजट से निर्माणाधीन 167 प्राइमरी व 8 जूनियर हाईस्कूल भवनों की गुणवत्ता जांचने में ब्लाकों के तकनीकी सहायक व एडीओ लापरवाही बरत रहे हैं। सौदेबाजी में पड़कर जांच आख्या में भी खेल चलने लगा है। इसकी सुगबुगाहट पर सीडीएम व सीडीओ ने कड़ा रुख अपनाया है। चेतावनी दी कि जांच रिपोर्ट में से जिस पर संदेह होगा, उसको क्रास चेक कराया जाएगा। यदि तब अंतर निकला तो जांच टीम के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होगी।
जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे के आदेश पर सीडीओ ने मनरेगा में संविदा पर तैनात तकनीकी सहायकों और सहायक विकास अधिकारियों को स्कूल भवनों की गुणवत्ता जांचने की जिम्मेदारी सौंपी है। ग्राम पंचायत में मौके पर जाकर स्कूल भवन की नींव, ईंटें, कमरों में वेंटीलेशन को लगने वाली खिड़कियां, फर्श के प्लास्टर, लेंटर से लेकर अन्य बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है।
उन्हें हिदायत भी दी गई है कि वे सत्यापन के दौरान जमीनी जांच कराएं। एडीओ व तकनीकी सहायकों पर नजर रखें ताकि बंद कमरों में बैठकर वे जांच रिपोर्ट न तैयार करें। भवन प्रभारियों से मिलीभगत कर हकीकत न छुपाएं। जैसा निर्माण कार्य कराया गया वैसा ही उल्लेख आख्या में करें। निर्देश दिए कि यदि कोई भवन प्रभारी या अन्य कोई जांच के दौरान दबाव डाले या परेशान करे तो तत्काल उच्चाधिकारियों से शिकायत दर्ज कराएं। यदि जानबूझकर गलत रिपोर्ट दी तो एडीओ व तकनीकी सहायक खुद अंजाम भुगतेंगे।
सूत्रों की मानें तो कई जगह जांच टीम पर तरह-तरह से दबाव पड़ रहा है। कई नेता भी घटिया स्कूल बनवाने वालों की पैरवी करने में जुे हैं। इससे जांच प्रक्रिया बाधित हो रही है। इसकी जानकारी ऊपर तक पहुंचने पर कार्रवाई के संकेत दिए गए हैं ताकि जांच टीम खानापूरी कर गुमराह न कर सके।
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