छिबरामऊ (कन्नौज)। प्रेमपुर में मंगलवार की सुबह हाइवे किनारे खड़े दो पुत्रियों समेत पिता को तेज रफ्तार डीसीएम ने रौंद दिया। इसमें मासूम समेत पिता की घटना स्थल पर मौत हो गई, जबकि दूसरी बेटी घायल है। आक्रोशित ग्रामीणों ने हाइवे पर बेंच आदि डालकर जाम लगा दिया। सीओ के आश्वासन पर करीब एक घंटे बाद जाम खुल सका। डीसीएम के अज्ञात चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
प्रेमपुर गांव निवासी बबलू नट (35) पुत्र नेकसे उर्फ नत्थू गांव में ही सड़क किनारे झोपड़ी डालकर परिवार के साथ रह रहा था। सोमवार को उसके परिवार में एक महिला की मौत हो गई थी। मंगलवार की सुबह आठ बजे बबलू अपनी पत्नी मिथलेश और बच्चों के साथ मातमपुर्सी में आया था। उसकी दो पुत्रियां सड़क किनारे खड़ी थी तभी छिबरामऊ से बेवर की तरफ जा रही तेज रफ्तार डीसीएम ने उसकी पुत्रियों राखी (1) और आरती (5) को रौंद दिया। बबलू ने पुत्रियों को रौंदते देख डीसीएम को पकड़ने का प्रयास किया तो खलासी ने इसके लात मार दी। इससे बबलू पहिए के नीचे आ गया। हादसे में बबलू व उसकी अबोध पुत्री राखी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि गंभीर रूप से घायल दूसरी पुत्री आरती को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। दुर्घटना के बाद मुआवजा और डीसीएम चालक की गिरफ्तारी को लेकर गुस्साए लोगों ने हाइवे पर बेंच और लकड़ी के बोटे आदि डालकर जाम लगा दिया। रोडवेज की बसें भी फंस गई। भीषण गर्मी तथा धूप से बसों पर सवार यात्री और उनके परेशान हो उठे।
जाम की सूचना मिलते सीओ रमेश कुमार भारतीय व कोतवाल महेंद्रनाथ शर्मा मय पुलिस बल मौके पर पहुंच गए। स्थिति की नाजुकता को भांपते हुए विशुनगढ़ थानाध्यक्ष विनोद कुमार यादव, सौरिख थानाध्यक्ष एसएन शुक्ला, कोतवाली के एसएसआई प्रदीप कुमार पांडेय, दरोगा छोटेलाल यादव व दरोगा मतोले रजक को भी मौके पर बुला लिया गया। सीओ रमेशकुमार भारतीय ने पूर्व प्रधान रामेंद्र सिंह फौजी के सहयोग से करीब एक घंटे बाद लोगों को समझाकर जाम खुलवाया। दोनों शवों का पंचनामा भरकर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
जांबाजी में गई बबलू की जान
छिबरामऊ। बबलू की दोनों पुत्रियों को रौंदकर डीसीएम भाग रही थी। बबलू ने दौड़ कर डीसीएम के क्लीनर साइड वाली खिड़की पकड़ ली। जैसे ही उसने खिड़की खोलनी चाही तभी उस पर बैठे क्लीनर ने लात मार दी जिससे वह पहिए के नीचे आ गए और डीसीएम उसे रौंदती हुए भाग गई।
फोटो 29सीएचबीपी5 : बेसुध हुई मृतक की पत्नी मिथलेश।
पांच बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
छिबरामऊ। मंगलवार की सुबह बबलू नट की मौत के बाद पांच बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। पत्नी मिथलेश अपनी लाडली की मौत के गम और सुहाग केे उजड़ जाने से वह बदहवाश सी हो गई थी। अब उसके पांच बच्चों के भरण पोषण का सवाल खड़ा हो गया है। बबलू नट के एक पुत्र शिवा और 5 पुत्रियां ज्योति, अंजू, आरती, मंजू व राखी तथा पत्नी मिथलेश है। वह गांव में सड़क के किनारे झोपड़ी डालकर रह रहा था। आर्थिक तंगी झेल रहे इस परिवार के सामने अब दो वक्त की रोटी जुटा पाना भी मुश्किल हो जाएगा। मिथलेश को अपना सुहाग उजड़ जाने के गम के साथ ही घायल बच्ची के उपचार की भी चिंता सता रही है।