कन्नौज। तपिश ने प्रचंड रूप धर लिया है। मंगलवार को पारा 45 डिग्री सेल्सियस पार कर गया। इनसान समेत पशु-पक्षी बेहाल हैं। मनरेगा और आदर्श जलाशय योजना से खोदे गए तालाबों में पानी न होने से पशु-पक्षी पानी के लिए व्याकुल हैं।
सुबह नौ बजते ही तपिश के चलते लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। लोग गमछा से पूरा चेहरा ढंक कर बाहर निकल रहे हैं। 12 बजते-बजते सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है, जिसको बहुत जरूरत होती है वही सड़क पर नजर आता है। दोपहर में दुकानदारी भी प्रभावित हो रही है। शाम छह बजे के बाद बाजार में रौनक आती है।
ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की मारामारी है। सरकारी इंडिया मार्का हैंडपंप पानी के बजाए हवा दे रहे हैं। दूसरे मुहल्ले से पानी भरकर लाने के लिए लोग मजबूर हैं। जानवरों को पानी पिलाने में ज्यादा मशक्कत करनी पड़ रही है। रोडवेज और रेलवे स्टेशन पर वाटर कूलर खराब हैं। यात्री गर्म पानी पीने को विवश हैं। सरायमीरा पुलिस चौकी के निकट भारत विकास परिषद ने यात्रियों को सहूलियत देने के लिए प्याऊ की व्यवस्था की है।
उधर, पशुओं के लिए खुदवाए गए आदर्श जलाशय योजना व मनरेगा योजना के सैकड़ों तालाबों के सूखे होने से धुल भरे गुबार उड़ रहे हैं। पशुओं को पानी पिलाने में ग्रामीणों को पसीना छूट रहा है।