छिबरामऊ (कन्नौज)। बुधवार को एसडीएम ने जब मंडी समिति में संचालित दो गेहूं क्रय केंद्रों पर अचानक छापे मारे तो वहां हड़कंप मच गया। अव्यवस्था देख तथा मौके पर मौजूद किसानों की शिकायत सुनने के बाद उन्होंने केंद्र प्रभारी को जमकर हड़काया। उन्होंने उ.प्र.राज्य कर्मचारी कल्याण निगम के क्रय केंद्र पर बैठकर अपने सामने ही किसानों को टोकन दिलवाए।
मंडी समिति में विपणन शाखा तथा उ.प्र.राज्य कर्मचारी कल्याण निगम द्वारा गेहूं खरीद केंद्र खोले गए हैं। इन केंद्रों पर बिचौलिए व दलालों का बोलबाला है। उन्हीं के गेहूं की खरीद की जाती है जबकि किसानों को झांसा देकर टहला दिया जाता है। बुधवार को सपा के जिला पंचायत सदस्य रामप्रकाश शाक्य, अशोक चौहान, वीरेंद्र सिंह पाल व सुनील यादव आदि सपा नेताओं ने किसानों की शिकायत पर जब मौके पर जाकर देखा तो वे हैरान रह गए। उन्होंने पूरे मामले की शिकायत एसडीएम आशुतोष कुमार राय से की। एसडीएम कुछ ही देर में मंडी समिति पहुंच गए। सबसे पहले वे विपणन शाखा के गेहूं खरीद केंद्र पर गए। वहां वरिष्ठ हाट निरीक्षक समीर शुक्ला मिले उनसे पूंछतांछ की। वहां मौजूद किसानों की शिकायत थी कि उन्हें झांसा देकर टहला दिया जाता है जबकि दलालों का कुंतलों गेहूं तौल दिया जाता है। एसडीएम ने एसएमआई को व्यवस्था में सुधार लाने तथा किसानों का ही गेहूं खरीदने के निर्देश दिए।
इसके बाद वे मंडी के दूसरे सिरे पर लगे उ.प्र.राज्य कर्मचारी कल्याण निगम के गेहूं खरीद केंद्र पर पहुंचे। वहां की अव्यवस्था देख वह भड़क उठे। उन्होंने क्रय केंद्र प्रभारी प्रमोद कुमार को जमकर हड़काया। इस बीच गोदाम स्वामी अनुपम गुप्ता जब उसकी पैरवी में आए तो उन्हें भी एसडीएम ने हड़का कर भगा दिया। यहां मौजूद किसानों ने बताया कि केंद्र प्रभारी सिर्फ व्यापारियों का ही गेहूं खरीदते हैं और रात में तौल कराते हैं। जब एसडीएम ने पूंछा तो केंद्र प्रभारी ने बताया कि आज सिर्फ 80 कुंतल खरीद हुई है। इस पर एसडीएम ने कड़ी फटकार लगाई और कहा कि पूरे दिन में 295 कुंतल होनी है। उन्होंने अपनी मौजूदगी में ही किसानों को टोकन वितरित करवाए। केंद्र प्रभारी ने बताया कि अब तक 4300 कुंतल की खरीद हो चुकी है जबकि उनका लक्ष्य 5 हजार कुंतल खरीद का है।
खर्चे के नाम पर की जा रही है कटौती
छिबरामऊ। ग्राम नगला टीका के किसान सुरजीत सिंह ने बताया कि उ.प्र.राज्य कर्मचारी कल्याण निगम में गेहूं खरीद के समय केंद्र प्रभारी 90 रूपए कुंतल के हिसाब से खर्चा मांगता है जबकि ग्राम सेमलपुर के किसान प्रमोद कुमार व इसी गांव के वीरेंद्र सिंह का कहना था कि उन लोगों से 14 रूपए कुंतल के हिसाब से पल्लेदारी के नाम पर वसूली की मांग की गई।