कन्नौज। कोतवाली क्षेत्र के कटरी के गांव गंगूपुर्वा में अचानक लगी आग से 48 झोपड़ीनुमा मकान जलकर खाक हो गए। फायर बिग्रेड की गाड़ी ने मौके पर पहुंच करीब पांच घंटे के प्रयास के बाद आग पर काबू पाया। सूचना पाकर उप जिलाधिकारी सदर सहित कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। नुकशान का आंकलन किया।
गंगूपुर्वा गांव में 1.25 बजे अचानक आग एक मकान में लग गई। फूस बंगला होने के कारण आग की लपटें तेज उठने लगी। तभी ग्रामीणों ने शोर मचाना शुरु कर दिया। खेतों पर काम कर रहे लोग गांव की ओर भागने लगे। हवा चलने के कारण जहां एक ओर ग्रामीण घर में लगी आग शांत करने का प्रयास कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर आग की लपटें एक के बाद एक मकान को अपनी आगोस में ले रही थीं। सूचना पाकर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची, और फायर बिग्रेड को घटना की जानकारी दी। फायर बिग्रेड कर्मियों द्वारा करीब पांच घंटे के प्रयास बाद आग पर काबू पाया जा सका। तब तक 48 मकान जलकर खाक हो गए। इसमें कमलेश पुत्र रामशंकर, गयादीन पुत्र हुकुम सिंह, सोनेलाल पुत्र होरीलाल, रामाधार पुत्र रामकुमार, लालाराम पुत्र रामचंद्र, तुलसीराम पुत्र बसंत, हरिश्चंद्र पुत्र तुब्बा, चेतराम पुत्र हरिश्चंद्र, महेश पुत्र रामशंकर, गिरीश पुत्र रामशंकर, रामशंकर पुत्र गोधन, वैजनाथ पुत्र भीखम, कुबेर पुत्र जुक्खा, विश्राम व भगवानदीन पुत्रगण नत्था, अर्जुन पुत्र रामचरन, रामलखन पुत्र हुकुम, बिहारी पुत्र रामलाल, दिनेश पुत्र कुबेर, सालिगराम पुत्र भगवानदीन, कृपाशंकर पुत्र रामबरन, सोबरन पुत्र रामकिशन, रोशनी देवी पत्नी नेकराम, गंगा देवी पत्नी होरीलाल, सुंदरलाल पुत्र भीखम, रामाधार पुत्र रामकुमार, गोपी पुत्र हरिश्चंद्र, रतीराम पुत्र ज्ञानदीन के अलावा कई अन्य मकानों में रखा सामान पूरी तरह खाक हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि अनाज, भूसा, कंडा सहित घर का सारा सामान जला है। जिसकी कीमत लाखों में होगी। सूचना पाकर उप जिलाधिकारी सदर महेश चंद्र शर्मा अन्य राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ गांव पहुंचे। राजस्व अधिकारियों ने पीड़ितों की क्षति का आंकलन किया। बाद में इन्हें आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी।