मानीमऊ (कन्नौज)। विधानसभा चुनाव के दौरान सपा मुखिया की ओर से की गई घोषणा अब उनके गले की फांस बनती जा रही है। किसान सपा की कथनी और करनी में अंतर बताने लगा है।
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने चुनाव के दौरान घोषणा की थी प्रदेश में सपा सरकार बनने के बाद किसानों का पचास हजार तक का कर्ज माफ कर दिया जाएगा । जिले के दौरे पर 26 अप्रैल को आए संस्थागत वित्त निदेशक शिव सिंह यादव ने भी बैंक अधिकारियों को निर्देशित किया था कि किसी किसान की आरसी नहीं काटी जाएगी। वसूली के नाम पर किसानों का उत्पीड़न नहीं किया जाएगा। इन तमाम निर्देशों के बावजूद बैंक अधिकारियों ने आरसी काटना शुरू कर दिया है। किसानों की ओर से सपा की घोषणा का हवाला दिया जाता है तो अधिकारी कहते हैं कि यह तो नेताओं की घोषणाएं हैं। घोषणओं पर अमल न होनें पर किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। किसान क्षेत्र में सपा के खिलाफ खुलकर प्रचार कर रहे हैं, कि इनकी कथनी और करनी में अंतर है। उधर बैंक अधिकारियों ने जिला प्रशासन से स्वीकृति लेकर किसानों से वसूली करने की प्रक्रिया में अपना कदम बढ़ा दिया है। बकायेदार किसानों को आरसी काटकर भेजे जा रहे हैं। किसानों के पास वसूली की अंतिम नोटिस पहुंच चुकी है। मित्रसेनपुर के किसान सतीश चंद्र, कमरुद्दीन, मकसूद, सरफुद्दीन ने बताया कि सहकारिता के कर्मचारी वसूली के नाम पर किसानों को परेशान कर रहे हैं।